भागलपुर-क्युल रेलखंड पर मंगलवार देर रात करीबन 12 बजे मधुसूदनपुर रेलवे स्टेशन पर नक्सलियों ने धावा बोलकर दो रेलकर्मियों को अगवा कर लिया और सिग्नल पैनल भी फूंक डाला। घटना के बाद इस रेलखंड पर काफी देर तक रेल परिचालन रोक दिया गया। भागलपुर रेंज के आइजी सुशील खोपड़े अगवा किए रेलकर्मियों को छुड़ाने के लिए दिनभर जुटे रहे। पुलिस का दबाव बढ़ने पर नक्सलियों ने रेलकर्मियों को देर शाम रिहा कर दिया। वाकए के बाद रेलवे टेलीफोन व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई। हालांकि बाद में सिग्नलिंग पैनल को ठीक कर लिया गया और ट्रेनों की आवाजाही शुरू कर दी गई है। दिलचस्प बात कि मंगलवार को पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक हरेंद्र राव जमालपुर रेल कारखाने का मुआयना कर रात 10 बजे जमालपुर -हावड़ा ट्रेन में लगी अपनी सैलून से रवाना हुए थे। बुधवार को नक्सलियों ने बिहार बंद का एलान कर रखा था। नक्सलियों ने आधी रात से अपना तांडव दिखाना शुरू कर दिया।

घटना को अंजाम देने के बाद नकसली सहायक स्टेशन मास्टर परमानंद कुमार और पोर्टर नरेन्द्र मंडल को अगवा कर ले गए। जमालपुर रेल पुलिस अधीक्षक शंकर झा ने बुधवार को बताया कि नक्सली हमले की खबर मिलते ही रेल अधिकारी मौके पर पहुंच गए और इन अगवा कर्मियों को छुड़ाने की कोशिश की जा रही है। 16 घंटे बाद भी अगवा रेलकर्मियों का कोई अतापता नहीं चल सका है। पुलिस दावे के साथ कुछ भी बताने की हालत में नहीं है। सोमवार आधी रात को जमुई के सिकंदरा थाना के तहत लछुआर के जंगली इलाके में निर्माणाधीन कुंड घाट डैम के बेस कैंप पर हथियारबंद नक्सलियों ने हमला कर दो नाइट गार्ड को अगवा कर ले गए और हत्या कर दी थी। इनके नाम सहदेव राय (50) और गांगुली कोड़ा (40) हैं। इस वाकए की जमुई के एसपी जयंत कांत ने पुष्टि की है।

मंगलवार रात की घटना के बाद सुरक्षा के लिहाज से इस रूट पर आने जाने वाली ट्रेनों को जहां तहां रोक दिया गया। गया-जमालपुर सवारी गाड़ी अभयपुर से खुलने के बाद कोई संपर्क नहीं हो सका था। काफी देर के बाद ट्रेन के ड्राइवर संजय कुमार, सहायक ड्राइवर अमित कुमार और गार्ड वीके सिंहा से उनके मोबाइल पर बातचीत होने पर रेलवे के आला अधिकारियों ने राहत की सांस ली। अप फरक्का-दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन रात डेढ़ बजे सुलतांगज तो डाउन दिल्ली-फरक्का खुशरूपुर स्टेशन पर रोक दी गई थी। हावड़ा-राजगीर सवारी गाड़ी भागलपुर स्टेशन तो दिल्ली- डिब्रूगढ़ ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन को क्युल के पहले मनकठ्ठा स्टेशन पर रोक दी गई थी। मसुदनपुर स्टेशन के पैनल कैबिन में आग लगा दिए जाने से स्टेशन का संपर्क टूट गया था। जिसे तड़के तक बहाल किया जा सका। ज़िला पुलिस, रेलवे पुलिस, आरपीएफ, सीआरपीएफ, बीएमपी के जवान अगवा रेलकर्मियों को ढूंढ़ने में लगे हैं, पर सुराग नहीं मिला है।