Rampur : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रामपुर (Rampur) जिले में धर्म परिवर्तन कराने के अलग-अलग मामलों में चर्च के एक पादरी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पहला मामला शाहाबाद अनुमंडल के पटवई थाने में पादरी पॉलस मसीह (35) के खिलाफ दर्ज हुआ है। बजरंग दल का पदाधिकारी होने का दावा कर रहे राजीव यादव नाम के एक शख्स ने मामला दर्ज कराया है कि अच्छे जीवन का वादा कर दलित समुदाय के कुछ लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहा जा रहा था। पॉलस मसीह के खिलाफ उत्तर प्रदेश में गैरकानूनी धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने की गिरफ्तारी की पुष्टि
पटवई स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) हरेंद्र यादव ने बताया कि पादरी पॉलस मसीह के अलावा अब तक इस मामले में किसी अन्य व्यक्ति के जुड़े होने की जानकारी सामने नहीं आई है। पटवई स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) हरेंद्र यादव ने कहा कि हम सोशल मीडिया पर चल रही घटना के वीडियो की जांच कर रहे हैं। रामपुर एएसपी संसार सिंह ने भी रामपुर के सिविल लाइंस इलाके के रहने वाले पॉलुस मसीह की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
शिकायत में क्या है
इस मामले से जुड़ी अपनी शिकायत में राजीव यादव ने कहा कि उन्हें रविवार दोपहर को सूचना मिली कि सोना गांव में दलित विक्रम सिंह के आवास पर कई लोग इकट्ठे हुए हैं। हमें पता चला कि एक पादरी पॉलस मसीह वादों के जरिए लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मना रहा था।
हम मौके पर गए और पाया कि वह लोगों को अपना धर्म बदलकर ईसाई धर्म में बदलने के लिए मनाने की कोशिश कर रहा था हालांकि वहां माजूद लोगों ने इस बात से इनकार कर दिया।
इसके बाद पुलिस पादरी को अपने साथ लेकर गयी और पूछताछ हुई। एसएचओ हरेंद्र यादव ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि विक्रम सिंह के घर पर पादरी सहित जाटव समुदाय के करीब 20-30 लोग थे।