असम के गुवाहाटी में गोली लगने से दो और लोगों की मौत हो गई है। इस मौत से संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में मरने वालों की कुल संख्या चार हो गई है। गौहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक रमन तालुकदार ने कहा कि एक व्यक्ति की मौत शनिवार (14 दिसंबर) की रात हुई जबकि दूसरे व्यक्ति की रविवार (15 दिसंबर) की सुबह हुई। बता दें कि कैब को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसकी शुरुआत असम से ही हुई है। असम में विरोध प्रदर्शन के दौरान कई घटनाएं भी सामने आई है।
27 लोगों को कराया गया था अस्पताल में भर्तीः मामले में रमन तालुकदार ने कहा, ‘ईश्वर नायक की कल रात मौत हुई जबकि अब्दुल अलीम की आज सुबह मौत हुई।’ उन्होंने कहा कि बुधवार (11 दिसंबर) से गोली लगने के कारण 27 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बहरहाल, प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि विवादास्पद कानून के खिलाफ आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हुई है।
इलाके में तनावः गुवाहाटी में गुरुवार (12 दिसंबर) को सैम स्टैफोर्ड और दीपांजल दाव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहां हर गली- चौराहे पर सेना, अर्द्धसैनिक बल और राज्य पुलिस के जवान तैनात हैं। बहरहाल प्रदर्शनकारी और अखिल असम छात्र संघ (आसू) का दावा है कि उस दिन गोली लगने से तीन लोगों की मौत हुई थी। इलाके में तनाव अभी भी बरकरार है।
आसू ने कही सरकार गिराने की बातः आसू अध्यक्ष दीपांक कुमार नाथ ने कहा, ‘उन्होंने (सरकार) लोगों का दमन करने के लिए अपने तंत्र को खुली छूट दे रखी है, जिसमें पांच नाबालिग छात्र मारे गए हैं और गोलियों से कई अन्य जख्मी हुए हैं। यह स्पष्ट है कि सर्वानंद सोनोवाल की सरकार को गिरा दिया जाएगा।’