त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव की स्वामी विवेकानंद से तुलना की है। अपने इस बयान की वजह से वह विवादों में घिर गए हैं। शुक्रवार (22 मई, 2022) को नाथ ने धलाई जिले के कमालपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘‘जिनके हाथों में राज्य की कमान थी उन्होंने हमें सपना नहीं देखने दिया। जिस एक मात्र व्यक्ति ने हमें सपना देखने की सीख दी , वह बिप्लव कुमार देव हैं और उन्होंने अपने ढेर सारे सपने पूरे किए।’’

वह आगे बोले, ‘‘हमारे देश और दुनिया में कभी-कभी नेताजी सुभाष चंद्र बोस, कविगुरु रवींद्र नाथ टैगोर, महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद और आइंस्टीन जैसे महान लोगों का जन्म हुआ। हर जगर हर (महान) व्यक्ति का जन्म नहीं होता है।’’

बकौल मंत्री, ‘‘हम सौभाग्यशाली हैं कि बिप्लव देव जैसे शख्स का हमारे राज्य में जन्म हुआ। जिस तरह स्वामीजी ने हमें सपने देखने एवं उन्हें पूरा करने की सीख दी, उसी तरह बिप्लव ने भी कई कदम उठाकर एवं उन्हें लागू कर ऐसा किया।’’

उनकी इसी बयान पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रदेश अध्यक्ष सुबाल भौमिक ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ जिन्हें देश की संस्कृति, परंपरा, रीति-नीति के बारे में अल्प ज्ञान है, वे राज्य चला रहे हैं। जिस तरह नाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लव देव की देश के महान सपूतों से तुलना की है, वह उनके प्रति असम्मान दिखाने जैसा है।’’

शिक्षा मंत्री के बयान पर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने शनिवार को कहा, ‘‘मैंने वीडियो फुटेज नही देखा है। बहरहाल, यह उनकी निजी टिप्पणी है, जिसपर पार्टी को कुछ नहीं कहना है।’’

25 नवंबर 1971 को त्रिपुरा के गोमती जिले के राजधरनगर गांव में जन्में देब के नेतृत्व में 2018 के विस चुनाव में सूबे में बीजेपी जीती थी। इस तरह से 25 साल के बाद वहां सीपीआई(एम) के नेतृत्व वाली लेफ्ट सरकार का राज खत्म हुआ था। नौ मार्च, 2018 को उन्होंने त्रिपुरा के सीएम पद की शपथ ली थी, जबकि विधानसभा चुनाव से करीब एक साल पहले उन्होंने 14 मई, 2022 को पद से इस्तीफा दे दिया।