प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को भारत की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन 18) को हरी झंडी दिखाई थी। लेकिन इसकी पहली ही यात्रा पूरी तरह से सफल नहीं हो पाई, दरअसल आज (शनिवार) वाराणसी से दिल्ली आ रही इस ट्रेन में खराबी आ गई जिसके बाद इसे टूंडला स्टेशन पर ही रोक दिया गया। गौरतलब है कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का कल (रविवार) पहला कमर्शियल ट्रायल होगा जिसमें ये ये ट्रेन पहली बार यात्रियों को लेकर दिल्ली से वाराणसी तक का सफर तय करेगी।
ट्रेन के आखिरी कोच्स में आई शिकायत: दरअसल शनिवार सुबह ट्रेन के आखिरी कोच में अचानक कुछ आवाजें आने लगीं और जिसके बाद लोको पायलट ने ट्रेन की स्पीड कम कर दी। लेकिन कुछ ही देर बाद उसमें से स्मोक निकलने लगा और साथ ही बदबू आने लगी और ट्रेन के सभी कोच की लाइट चली गई। कर्मचारियों के मुताबिक ट्रेन में ब्रेक जैम के साथ चार्जिंग फेलियर की भी दिक्कत सामने आई। बता दें ट्रेन को उत्तर प्रदेश के टुंडल जंक्शन से 15 किलोमीटर दूर रोक दिया गया। हालांकि जैसे ही ट्रेन में दिक्कत का पता लगा तुरंत ही उसकी जांच के लिए अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे। जानकारी के मुताबिक दिक्कत के बाद ट्रेन को 40 किमी की रफ्तार से वापस आना पड़ा।
Inspecting Vande Bharat Express breakdown near Tundla. Trying to find what went wrong. @IndianExpress pic.twitter.com/e1C4hOLr4D
— Avishek Dastidar (@avishekgd) February 16, 2019
दिल्ली- वाराणसी रूट पर दौड़ेगी ट्रेन: बता दें कि 17 फरवरी से वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से वाराणसी रूट पर शुरू हो जाएगी। वहीं इस ट्रेन के टिकट के लिए बुकिंग शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक इस ट्रेन के लिए चेयर कार का टिकट 1760 रुपए होगा जबकि एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए टिकट की कीमत 3310 रुपए होगी। वहीं इस टिकट की कीमत में केटरिंग का खर्चा भी शामिल होगा।
क्यों खास है वंदे भारत एक्सप्रेस: दरअसल वंदे भारत एक्सप्रेस 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल सकती है लेकिन किन्ही कारणों के चलते ये ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। वहीं इसके रूटीन का बात करें तो ये ट्रेन सुबह 6 बजे दिल्ली से चलेगी और दोपहर 2 बजे वाराणसी पहुंच जाया करेगी। ये पूरा सफर महज 8 घंटे में पूरा कर पाएगी। इसके साथ ही ये ट्रेन प्रयागराज और कानुपर पर ही रुकेगी। गौरतलब है कि पहले इस सफर को पूरा करने में 9 घंटे 45 मिनट में पूरा होता था।