आजकल उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को लेकर तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। और चारों धामों में तीर्थ यात्रियों का जमावड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है और साथ ही तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ने से सड़क जाम की स्थिति हर दिन पैदा हो रही है। शनिवार और रविवार को तो तीर्थ यात्रियों की तादाद सबसे ज्यादा होती है और उसे दिन हरिद्वार से लेकर ऋषिकेश और ऊपर चार धामों के सड़क यात्रा मार्ग में कारों के लंबे-लंबे काफिले दिखाई देते हैं। और मीलों लंबा जाम लगा रहता है। बीते सप्ताह शनिवार और रविवार को जबरदस्त जाम लग रहा। घंटों तक तीर्थ यात्री जाम में फंसे रहे। इस कारण हरिद्वार ऋषिकेश और ऊपर पहाड़ों में स्थानीय लोगों को जाम के कारण बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा।
मई के अंतिम सप्ताह में स्कूल कॉलेजों में छुट्टियां होने के बाद तीर्थ यात्रियों की संख्या और अधिक बढ़ गई है। हरिद्वार से लेकर केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री में तीर्थ यात्री ही तीर्थ यात्री दिखाई दे रहे हैं। अब तक 25 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्री चारों धामों की यात्रा कर चुके हैं। सबसे ज्यादा तीर्थ यात्री केदारनाथ जा रहे हैं । उसके बाद बद्रीनाथ में तीर्थ यात्री दर्शन के लिए जा रहे हैं और गंगोत्री में तीर्थ यात्रियों का आना जाना लगा हुआ है। इन तीन धामों के मुकाबले यमुनोत्री में तीर्थ यात्रियों की संख्या कम है।
कैंची धाम बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु
चारों धामों की तीर्थ यात्रा के अलावा श्रद्धालु कुमाऊं मंडल के नैनीताल में कैंची धाम में भी बड़ी तादाद में श्रद्धालु आ रहे हैं और वहां पर भी जाम की स्थिति बनी हुई है। नैनीताल, मसूरी, लैंसडाउन जैसे पर्वतीय क्षेत्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केद्र बने हुए हैं। और इन पर्यटन क्षेत्रों में सड़कें कारों से पटी हुई है। होटल और अतिथि गृह सभी इस समय भरे हुए हैं। तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों की बढ़ती हुई तादाद को देखते हुए निजी होटलों ने होटल में ठहरने के दाम काफी बढ़ा दिए हैं। इस समय उत्तराखंड में आदि कैलाश की यात्रा की और भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों रुझान बढ़ा हैं।
कश्मीर में पहलगाम की घटना के बाद पर्यटकों की आवाजाही उत्तराखंड में और अधिक बढ़ी है। इस कारण उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों का दबाव पहले की तुलना में अधिक बना है।
सिंधु जल संधि को लेकर यह बड़ा कदम उठाने जा रही मोदी सरकार, केंद्रीय मंत्री ने क्या बताया?
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि राज्य सरकार का दायित्व है कि राज्य में आने वाले तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के लिए सुगम, सरल तथा सुरक्षित यात्रा का इंतजाम करें। उसके लिए सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति अतिथि देवो भव वाली है। उसी के अनुरूप हमारी सरकार ने व्यवस्था की है।