पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चलते सियासत गरमाई हुई है। इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। इसी बीच टीएमसी ने 4 सीट पर बड़ा फेरबदल किया है और अपने उम्मीदवारों के नाम बादल दिये हैं। ममता के इस फैसले पर टीएमसी छोड़ भाजपा जॉइन करने वाले शुभेंदु अधिकारी ने हमला बोला है।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा “ममता बनर्जी को यह पसंद नहीं है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से हो। कुछ ‘गुणीवादियों और पाकिस्तानियों’ का प्रयोग कर उम्मीदवारों को रोका जा रहा है। लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।” अधिकारी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा ” 2019 में उन्होंने जिस संयुक्त मोर्चा की बात की थी उसका क्या हुआ? इससे पहले, भी उन्होने दावा किया था कि वह बीजेपी को केंद्र से हटा देगी।”
टीएमसी ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम बदले हैं उनमें से नदिया जिले के कल्याणी विधानसभा (सीट नंबर- 92), उत्तर 24 परगना जिले के अशोक नगर विधान सभा (सीट नंबर- 101) और अमदांगा विधानसभा (सीट नंबर- 102) और बीरभूम जिले के दुबराजपुर विधानसभा (सीट नंबर- 284) शामिल है।
बदलाव के बाद इन लोगों को दिया मौका –
ममता ने बदलाव करते हुए कल्याणी विधानसभा सीट से पार्टी ने अनिरुद्ध बिश्वास पर अपना भरोसा जताया है। वहीं अशोक नगर विधान सभा सीट पर नारायण गोस्वामी को टिकट दिया है। अमदांगा सीट से रफीकुर रहमान और दुबराजपुर विधानसभा सीट से देबब्रत साहा पर दांव खेला है। इसके पहले कल्याणी से रमेंद्र नाथ विश्वास, आमडांगा से मुश्ताक मुर्तजा और अशोक नगर से धीमान राय को उम्मीदवार बनाया गया था।
तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को 291 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। टिकटों के बंटवारे में युवाओं, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और पिछड़े समुदायों पर जोर दिया गया है। सीएम ममता बनर्जी नंदीग्राम की विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी कर रही हैं।
पश्चिम बंगाल में कुल आठ चरणों में चुनाव संपन्न होंगे। पहले चरण में 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। वहीं, दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवें चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें और अंतिम चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। पांच राज्यों में एक साथ 2 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगें।
वर्ष 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 211, लेफ्ट को 33, कांग्रेस को 44 और बीजेपी को मात्र 3 सीटें मिली थीं। वोट शेयर में भी बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। टीएमसी ने जहां 43.3 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया वहीं बीजेपी को 40.3 प्रतिशत वोट मिले।