Prasun Banerjee Attacks Mamata: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें अभी कम भी नहीं हुई थीं कि इसी बीच टीएमसी सांसद प्रसून बनर्जी ने अपने बयान से ममता सरकार को कटघरे में ला खड़ा किया है।
रविवार (18 सिंतबर, 2022) को हावड़ा जिले के बल्ली में एक पार्टी कार्यक्रम में बोलते हुए हुए प्रसून बनर्जी ने सीएम ममता बनर्जी के कैबिनेट के खेल मंत्री को लेकर सवाल किया कि वह मदन मित्रा के अलावा और किसी को खेल मंत्री नहीं मानते हैं। वह एक सांसद के तौर पर हैरान हैं कि मदन मित्रा राज्य कैबिनेट में नहीं हैं।
तृणमूल के दिग्गज अरूप विश्वास मौजूदा खेल मंत्री हैं, जबकि क्रिकेटर से राजनेता बने मनोज तिवारी राज्य में खेल राज्य मंत्री हैं। वहीं चिटफंड घोटाले के सिलसिले में जेल भेजे जाने से पहले मित्रा 2011 से 2015 के बीच खेल और युवा मामलों और परिवहन मंत्री रहे थे।
मदन मित्रा राज्य कैबिनेट में सर्वश्रेष्ठ खेल मंत्री थे: प्रसून बनर्जी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में हावड़ा के सांसद प्रसून बनर्जी यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है, अगर मेरी टिप्पणी से किसी को परेशानी होती है। मेरी जानकारी के लिए मदन मित्रा राज्य कैबिनेट में सर्वश्रेष्ठ खेल मंत्री थे। पता नहीं लोगों के जनादेश के साथ चुने जाने के बावजूद हाल के फेरबदल में उनकी अनदेखी क्यों की गई।
शांतनु सेन बोले- कैबिनेट में किसे शामिल किया जाएगा यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार
बनर्जी की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा कि कैबिनेट में किसे शामिल किया जाएगा, यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। उन्होंने कहा, ‘मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि मुख्यमंत्री के पास राज्य के सर्वोत्तम हित में कैबिनेट और विभागों के बारे में फैसला करने का अधिकार है।’
प्रसून बनर्जी की टिप्पणी टीएमसी की भीतर बढ़ती दरार: सुकांत मजूमदार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि सांसद की टिप्पणी टीएमसी के भीतर बढ़ती दरार की ओर इशारा करती है। टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बनर्जी ने जो कहा वह उनकी निजी राय थी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट कैसे व्यवस्थित करें, इसकी गतिशीलता को कैसे बनाए रखा जाए, यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है।