आगामी लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल पर सभी की निगाहें लगी हैं। राज्य में सत्ता पर काबिज ममता बनर्जी को केन्द्र में मौजूद पीएम मोदी और अमित शाह की जोड़ी से खूब टक्कर मिल रही है। वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी भी केन्द्र सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं। अब एक बार फिर ममता बनर्जी ने पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की कथित हिंदुत्ववादी राजनीति पर निशाना साधा है। कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि ‘पूजा का मतलब सिर्फ टीका लगाना नहीं है। अमित बाबू और मोदी बाबू आइए और मेरे साथ मंत्रों का कंप्टीशन कीजिए। देखते हैं कि कौन संस्कृत के ज्यादा मंत्र जानता है?’
ममता बनर्जी ने होली के मौके पर सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हुए लोगों से चौकन्ना रहने को कहा है, ताकि शांति में कोई खलल ना पड़ने पाए। सोमवार को ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने दुर्गा पूजा और छठ दोनों पर छुट्टियां घोषित की हैं। इसके साथ ही बुद्ध जयंती, गुरु नानक जन्मदिवस पर भी छुट्टियों का ऐलान किया गया है। हम ईद भी मनाते हैं। बंगाल में विभिन्न धर्म और संप्रदाय सदियों से एक साथ मिलजुल रहते आए हैं और हम इसे किसी भी कीमत पर जारी रखेंगे।
पश्चिम बंगाल में आगामी चुनाव की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने बांकुरा इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए आगामी चुनावों को ममता बनर्जी और पीएम मोदी के बीच की लड़ाई तक करार दे दिया। टीएमसी लीडर ने कहा कि यह लड़ाई ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री मोदी के बीच देश को भाजपा की भेदभाव की राजनीति से बचाने की लड़ाई है। देश इस वक्त दोराहे पर खड़ा है और हम सभी को एक होकर देश को बचाना है, इसकी अनेकता में एकता की संस्कृति को बचाना है। टीएमसी नेता ने भाजपा पर राज्य में दंगे भड़काने की साजिश रचने का आरोप लगाया।