गुजरात विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित हो गई हैं। इस बीच वहां सत्ताधारी भाजपा तथा विपक्षी पार्टी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का चुनाव प्रचार अभियान जोरों पर है। सभी सियासी दल जनता का समर्थन पाने के लिए जोरदार रैलियां और जनसभाएं कर रहे हैं। किस पार्टी का जनाधार कितना मजबूत है यह तो नतीजे आने के बाद ही पता चलेंगे, लेकिन टीवी चैनल जनता की राय जानने के लिए कई मुद्दों पर सीधे सर्वे करके जनता का मूड बता रहे हैं। हाल ही में गुजरात में हुआ मोरबी ब्रिज हादसा में 135 लोगों की मौत हो गई थी। चुनाव में इसका प्रभाव पड़ना भी तय माना जा रहा है।
इसको लेकर टाइम्स नाऊ-ईटीजी ओपिनियन पोल में जनता से उनकी राय पूछी गई तो 28 फीसदी लोगों ने कहा कि यह प्रशासनिक लापरवाही थी, 23 फीसदी लोगों ने कहा कि यह राज्य सरकार की लापरवाही का नतीजा था, जबकि 18 फीसदी लोगों ने इसे एक हादसा बताया। हालांकि 31 फीसदी लोग ऐसे भी थे जिन्होंने कहा कि इस भयावह दुर्घटना के लिए तीनों कारण जिम्मेदार हैं। विधानसभा चुनाव में विपक्ष के लिए यह एक बड़ा मुद्दा भी बन गया है।
गुजरात में भाजपा पिछले कई वर्षों से सत्ता में है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मोरबी हादसे ने सत्ताधारी पार्टी की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिये। भाजपा के खिलाफ लगातार मुखर आम आदमी पार्टी ने मोरबी हादसे पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जाहिर है आम आदमी पार्टी के साथ ही कांग्रेस पार्टी भी इसको लेकर जनता के सामने अपनी आवाज उठाएगी।
हालांकि इस घटना की जांच-पड़ताल शुरू हो चुकी है और आरोपी कंपनी के जिम्मेदार अफसरों और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो गई है, लेकिन जिनकी जान गई है, उनके परिजनों में सत्ताधारी नेताओं के प्रति आक्रोश तो रहेगा ही है।