कानपुर रेलवे स्टेशन से तीन रोहिंग्या को गिरफ्तार किया गया है। जीआरपी ने कहा कि गुरुवार को रेलवे स्टेशन 26 वर्षीय मोहम्मद इब्राहिम, उसका दोस्त 21 वर्षीय मोहम्मद हाशिम और उसकी साली शौक तारा को गिरफ्तार किया है। ये सभी म्यांमार के रहने वाले हैं।

जीआरपी कानपुर के सीओ दुष्यंत कुमार सिंह ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, “ये लोग भारत में अवैध तरीके से घुसने से पहले बांग्लादेश के रोहिंग्या शेल्टर होम में रह रहे थे।”

हेल्पलाइन पर मिली थी जानकारी

उन्होंने कहा, “हमें रेल हेल्प हेल्पलाइन के जरिए बुधवार को जानकारी मिली कि दो पुरुष एक लड़की के संदिग्ध परिस्थितियों में संपर्क क्रांति की जनरल बोगी में देखे गए हैं।”

सूचना पर संज्ञान लेते हुए जीआरपी की टीम ट्रेन के कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचते ही बोगी में पहुंची, जहां तीनों मिले। जब उनसे पूछताछ की गई तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए और फिर उन्हें ट्रेन से उतार लिया गया और जीआरपी पुलिस पोस्ट ले जाया गया।

पूछताछ में कबूली घुसपैठ की बात

पूछताछ के दौरान, मोहम्मद इब्राहिम ने कबूल किया कि वे भारत में अवैध तरीके से घुसे। आगे इब्राहिम ने कहा कि वह अपनी पत्नी और चार माह की बच्ची के साथ 2024 से जम्मू के नरवाल में किराये पर रह रहा था।

आगे खुलासा किया कि उसने हाल ही में बांग्लादेश की यात्रा की और फिर अपने दोस्त मोहम्मद हाशिम और अपनी साली शौक तारा के साथ वापस भारत लौट रहा था।

दिल्ली से जम्मू जाने का था प्लान

आरोपी असम के सिलचर से ट्रेन में सवार हुए और गुवाहाटी, जलपाईगुड़ी और प्रयागराज होते हुए कानपुर पहुंचे। अधिकारियों ने कहा कि ये दिल्ली पहुंचना चाहते थे, जहां से आगे जम्मू जाना चाहते थे।

पुलिस ने कहा कि तीनों अपने पास वीजा, पासपोर्ट या आईडी कार्ड समेत कोई वैध दस्तावेज पेश करने में विफल रहे और उन्हें औपचारिक रूप से हिरासत में ले लिया गया।

दर्ज की गई एफआईआर

स्थानीय खुफिया इकाइयों, आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस),खुफिया ब्यूरो (आईबी), सेना की खुफिया और विशेष शाखा ने भी आरोपियों से पूछताछ की है। तीनों के खिलाफ रेलवे पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

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