Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में तीन मुस्लिम शख्स राम मंदिर परिसर में जबरन घुस गए और रोकने के बावजूद भी उन्होंने वहां पर नमाज पढ़ी। मंदिर के पुजारी ने इसका जमकर विरोध किया, लेकिन भाइयों ने पुजारी की बात को नहीं सुना और नमाज पढ़ना जारी रखा, जिससे गांव में विवाद खड़ा हो गया। मंदिर के पुजारी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी तीनों भाइयों पर एफआईआर दर्ज कर ली।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर के पुजारी ने बताया कि शनिवार की शाम को करीब 5.45 बजे का टाइम था और गांव के ही रहने वाले बाबू खां, रुस्तम खां और अकबर खां राम मंदिर में पहुंचे। पुजारी ने आगे कहा कि तीनों भाइयों ने मंदिर के एंट्री गेट पर रखे मटके के पानी से हाथ-पैर धोए और फिर परिसर के अंदर जाकर नमाज भी अदा करने लगे। जब पुजारी ने उन सभी को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उसकी बात को अनसुना कर दिया और नमाज को पढ़ना जारी रखा।

गांव में मचा हंगामा

शाजापुर जिले में तीन मुस्लिम भाइयों के नमाज पढ़ने की जानकारी जब गांव वालों के पास पहुंची तो हर कोई हैरान रह गया। साथ ही सभी ने इसका जमकर विरोध किया। इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई और पुलिस ने मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए बाबू खां, रुस्तम खां और अकबर खां के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली।

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थाना प्रभारी ने मामले पर क्या बताया

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थाना प्रभारी जनक रावत ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि किलोदा के श्री राम मंदिर के पुजारी समेत कई गांव के लोगों ने धार्मिक भावनाएं आहत होने की शिकायत दी थी। इस पर तीनों भाइयों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। तीनों को थाने बुलाया गया था। यहां पर उन्होंने अपनी गलती मान ली। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के बराबर में यूनियन बैंक है और जब ये तीनों बैंक से निकले तो नमाज का टाइम हो गया था। इस पर उन्होंने परिसर में ही नमाज अदा की। तीनों भाई यहां पर करीब 20 मिनट तक रुके थे। जब पुजारी और लोगों ने विरोध किया तो वह वहां से चले गए।

फिलहाल तीनों भाइयों को थाने से नोटिस देकर छोड़ दिया गया है। इस मामले में करीब कम से कम सात साल की सजा है। इसी वजह से जिस दिन चालान पेश होगा, उस दिन तीनों को कोर्ट में पेश होना पड़ेगा। जमानत या ट्रायल का फैसला कोर्ट में ही होगा।