नई पार्टी के ऐलान की अटकलों के बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि ऐसा भी समय आया जब उन्होंने अकेलापन महसूस किया लेकिन जनता ने हमेशा उनका साथ दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह जनता, युवाओं के हक और उनके भविष्य के लिए अपनी आवाज हमेशा बुलंद रखेंगे।

रविवार (11 जून, 2023) को उनके पिता की पुण्यतिथि है। इस मौके पर दौसा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कांग्रेस हाईकमान सचिन पायलट के हर कदम पर करीब से नजर बनाए हुए है। इस बीच ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि शायद वह नई पार्टी या कोई और बड़ा ऐलान कर सकते हैं। दौसा में कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट ने अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, “मैंने युवाओं और उनके भविष्य के लिए आवाज उठाई… एक समय ऐसा भी था जब मैं बहुत अकेलापन महसूस कर रहा था, लेकिन आपने मुझे समर्थन दिया।”

पायलट ने कहा, “…अगर हमारी सरकार में कोई कमी है तो दूसरों को दोष दिए बिना हमें इसे सुधारना चाहिए…मैंने किसी को बदनाम करने के लिए अपनी मांगों को सामने नहीं रखा…राजनीति में अपनी राय रखना बहुत महत्वपूर्ण है…” उन्होंने अपने पिता राजेश पायलट को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “मेरे आदरणीय पिताजी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करता हूं। उनका अपने कार्यक्षेत्र से लगाव, जनता से उनका अपनापन और जनकल्याण के प्रति उनकी समर्पित कार्यशैली मेरे मार्गदर्शक हैं। उन्होंने जनहित को सर्वोपरि मानते हुए अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। मैं हमेशा उनके विचारों और आदर्शों का पालन करूंगा।”

उन्होंने कहा, “राजेश पायलट जी ने अपने जीवन के दौरान सेना में सेवा की, लड़ाकू विमान का संचालन किया और पाकिस्तान की चुनौतियों का सामना किया। उन्होंने राजनीति में भी ईमानदारी के साथ अपने विचार व्यक्त किए। आज देश को उसी तरह की राजनीति की जरूरत है- निडर होकर बोलना, सच्चाई और ईमानदारी का साथ देना और विपरीत परिस्थितियों में भी समझौता नहीं करना।”

पायलट ने पिछले महीने सुंधरा राजे सरकार में कथित भ्रष्टाचार पर एक्शन ना लेने के लिए अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए एक दिन का उपवास किया था। तब से सचिन पायलट काफी नाराज चल रहे हैं। शनिवार को कांग्रेस ने विश्वास जताया था कि राजस्थान में पार्टी के भीतर कलह का एक सकारात्मक समाधान मिल जाएगा।