पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के कार्यकाल पर आधारित फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर विवाद जारी है। मध्यप्रदेश में फिल्म के प्रदर्शन पर कांग्रेस और एनएसयूआई द्वारा विरोध की घोषणा की गयी थी। जिसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल को सिनेमाघरों के बाहर तैनात किया गया। लेकिन इस बीच इंदौर में फिल्म देखने आए भाजपा युवा मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को जब पुलिस ने थिएटर में जाने से रोका तो विवाद हो गया। जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को बाहर करना पड़ा। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ फिल्म आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। इस फिल्म को लेकर मध्यप्रदेश में कांग्रेस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध की बात कही गई थी। आज सुबह सैकड़ों भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता बैंड बाजे के साथ नाचते-गाते फिल्म देखने विजय नगर स्थित एक मॉल में पहुंचे। लेकिन पुलिस ने उन्हें थिएटर के अंदर जाने से रोक दिया। इसके बाद भी कई कार्यकर्ता जबरन थिएटर में दाखिल हो गए। जिसके बाद पुलिस से इनकी झड़प हो गई। पुलिस ने इस कार्यकर्ताओं को बाहर करने के लिए बल प्रयोग किया। घटना से गुस्साए कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरोप लगाया कि लोग फिल्म न देख पाएं इसलिए यह कमलनाथ और कांग्रेस की एक चाल है।

मनस्वी पाटीदार (मोर्चा के नगर अध्यक्ष) का कहना है कि हम जनता के साथ है। उन्होंने कहा फ़िल्म देखने से कोई नहीं रोक सकता है। फिल्म देखने के लिए हम लोगों ने ऑनलाइन टिकट बुक करवाई फिर भी पुलिस हमें फिल्म देखने से रोक रही। यह सीएम कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी की चाल है। इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने हमें फिल्म देखने से और वंदेमातरम् गाने से भी रोका। कार्यकर्ताओं ने इलाके के सीएसपी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग करते हुए प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

मामले में पुलिस का कहना ही कि थिएटर मालिकों ने सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के जवान तैनात करने की मांग की थी। इसलिए इतनी बड़ी तादाद में थिएटर पहुंचे कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोका गया था।