तेलंगाना के महबूबाबाद में एक किसान प्रशासनिक अधिकारियों की बेरुखी की वजह से खुद की कब्र खोदने को मजबूर हो गया। उसने जमीन में करीब छह फीट का गड्ढा खोदकर खुद को जिंदा दफन कर आत्महत्या करने की कोशिश की। किसान मीका सुधाकर रेड्डी ने कहा कि वह इस बात से निराश हैं कि राजस्व अधिकारियों ने उसे ‘पेटाधार पासबुक’ जारी करने से मना कर दिया था, जो दस्तावेज दिखाते हैं कि वह पांच एकड़ जमीन का मालिक है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद संबधित उच्चअधिकाररियों द्वारा मामले की जांच की जा रही है।

क्या है मामला: किसान रेड्डी ने कहा कि उनके और उनके तीन भाइयों के बीच, जिले के रमन्नागुडेम मंडल में 15 एकड़ जमीन है। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों ने उन्हें बताया था कि वे मेरी भूमि पासबुक को नहीं सौंप सकते क्योंकि एक राजनीतिक नेता ने उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए कहा है। इससे नाराज होकर रेड्डी ने गड्ढा खोदकर दिया उसमें बैठ गया और ऐलान कर दिया कि वह इसी में दफन होकर अपनी जान दे देगा। घटना के हड़कंप मच गया किसान को किसी तरह ग्रामीणों ने बाहर निकाला।
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सोशल मीडिया पर वायरल: इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद लोगों का ध्यान इस ओर गया और अधिकारियों ने मामले में जांच का आदेश दिए हैं। बता दें कि हाल के महीनों में किसानों के कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें कहा गया है कि तेलंगाना में स्थानीय राजस्व अधिकारियों द्वारा उन्हें दस्तावेजों ने नाम पर परेशान किया जा रहा है।

सीएम ने दिए कार्रवाई के आदेश: राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने खुद इन शिकायतों में से कुछ का जवाब दिया था, जिससे किसानों को आश्वस्त किया गया कि न्याय किया जाएगा और अधिकारियों को दंडित किया जाएगा। उन्होंने एक नया राजस्व कानून भी प्रस्तावित किया है।