तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति (टीपीसीसी) के अध्यक्ष एवं कांग्रेस सांसद ए रेवंत रेड्डी तथा पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को सोमवार को यहां विभिन्न स्थानों पर ‘घरों में नजरबंद’ किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
मल्काजगिरि से लोकसभा सदस्य रेड्डी ने आरोप लगाया था कि पिछले हफ्ते तेलंगाना सरकार ने कोकापेट में जमीन की जो ई-नीलामी की थी उसमें 1,000 करोड़ रूपये तक कि अनियमितताएं हुई हैं। इस मुद्दे को लेकर तेलंगाना कांग्रेस ने कोकापेट में सोमवार को धरना करने का निर्णय लिया था लेकिन इससे पहले ही रेड्डी समेत पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया गया।
I brought to the notice of honourable speaker of LokSabha Sri @ombirlakota ji to intervene and safeguard the parliamentary privileges of the members. Suppressing voices should not become a routine for the Governments…. pic.twitter.com/bjBjuorgpV
— Revanth Reddy (@revanth_anumula) July 19, 2021
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘उन्हें (तेलंगाना कांग्रेस नेताओं को) घरों में नजरबंद कर दिया गया ताकि कानून-व्यवस्था को कायम रखा जा सके।’’
रेवंत रेड्डी ने लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित पत्र में कहा है कि उन्हें संसद सत्र में शामिल होने से रोका गया जो सत्र के दौरान संसदीय विशेषाधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह जानते हुए कि आज से आरंभ हो रहे संसदीय सत्र में मुझे शामिल होना है, मेरे अनेक अनुरोधों के बावजूद संबंधित अधिकारियों ने, तेलंगाना राज्य पुलिस ने मुख्यमंत्री (के चंद्रशेखर राव) के इशारों पर एक सांसद के तौर पर मेरे कर्तव्यों का निर्वहन करने से मुझे रोका।’’ सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति ने आरोपों को खारिज किया है।