तेलंगाना के मुनुगोड़ा उपचुनाव के लिए चल रहे प्रचार अभियान के अंतिम दिन मंगलवार को टीआरएस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान दोनों ओर से लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चले। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों को अलग कर मामले को शांत कराया। इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस के डंडे भी छीनने की कोशिश की। हमले में कई लोग घायल हुए हैं।

इस बीच चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उपचुनाव में वोटरों को पैसे दिए जाने जैसी शिकायतों पर सख्ती बरतने और विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से नजर रखने को कहा है। सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) ने आरोप लगाया था कि भाजपा प्रत्याशी के राजागोपाल रेड्डी ने कई लोगों को अपनी पारीवारिक कंपनी के खाते से पैसे बांटे हैं। हालांकि प्रत्याशी ने इस तरह के आरोपों का खंडन किया है।

चुनाव आयोग ने भी कहा है कि टीआरएस ने अपनी शिकायत के साथ कोई सबूत नहीं दिया है। नलगोंडा जिले के इस पिछड़े निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव राज्य में तीनों प्रमुख दलों सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के लिए अहम है।

मुनूगोडे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 2.41 लाख मतदाता हैं, जिनमें से 1,21,720 पुरुष और 1,20,128 महिलाएं हैं। 60 फीसदी से अधिक मतदाता पिछड़े वर्गों के बताए जाते हैं। यह मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र है।

उपचुनाव तीन नवंबर को होगा। इसमें कुल 47 उम्मीदवार हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के राजगोपाल रेड्डी, टीआरएस के विधायक कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी और कांग्रेस की पी श्रवंती के बीच है। राजगोपाल रेड्डी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं और उसके टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।