Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार की अगुवाई कर रही जेडीयू ने बड़ा बयान दिया है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तेजस्वी यादव की पार्टी 25 सीटों पर सिमट जाएगी।
बिहार के विधानसभा चुनाव में विपक्षी महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, वाम दल और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं जबकि सरकार चला रहे एनडीए में जेडीयू, बीजेपी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि वह चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर के बारे में कोई ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहते। बताना होगा कि प्रशांत किशोर पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं। राज्य में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं और इससे पहले राजनीतिक माहौल पूरी तरह से गर्म हो गया है।
नीतीश सरकार में दामादों को मिल रही तरजीह- तेजस्वी
इस बीच, तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इर्द-गिर्द एक मंडली अपने रिश्तेदारों के लिए अच्छे पदों पर कब्जा कर रही है। यादव ने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा की बेटियों और बिहार में एनडीए के अन्य नेताओं के दामादों को सरकारी पद दिए गए हैं। तेजस्वी ने कहा, “हम बिहार के सीएम को जमाई आयोग (दामाद आयोग) बनाने की सलाह देते हैं। यह कुछ और नहीं बल्कि घोर पक्षपात है।”
चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने का मामला पड़ा ठंडा
झामुमो ने कहा- हम भी लड़ेंगे चुनाव
हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा था कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन से अलग होकर भी चुनाव लड़ सकती है। पार्टी के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा था कि बिहार में पार्टी का अपना संगठन है और पार्टी अपने बूते उतरने के लिए भी तैयार है। इससे पहले भी झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार के विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारता रहा है।
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