तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने आज (29 अप्रैल को) चेन्नई में डीएमके अध्यक्ष एम करुणानिधि और डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन से मुलाकात की। करुणानिधि से मिलने और उनका हालचाल जानने के बाद के चंद्रशेखर राव एम के स्टालिन के साथ उनकी ही गाड़ी से उनके सरकारी आवास पर पहुंचे, जहां दोनों नेताओं ने साथ-साथ लंच किया और आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की। लंच के बाद दोनों नेताओं ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी से फोन पर बात की और गैर बीजेपी-गैर कांग्रेसी गठबंधन बनाने पर चर्चा की और उनका समर्थन मांगा। 2014 की मोदी लहर से सीख लेते हुए विपक्षी दलों ने क्षेत्रीय दलों को ध्यान में रखते हुए नए गठबंधन की कवायद तेज कर दी है।
बता दें कि चंद्रशेखर राव पिछले कुछ दिनों से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गैर बीजेपी-गैर कांग्रेसी गठबंधन बनाने की कोशिशों में जुटे हैं। वो चाहते हैं कि केंद्र में थर्ड फ्रंट बने, जिसमें कांग्रेस विरोधी और बीजेपी विरोधी विचारधारा के लोग एक मंच पर रहें। इससे पहले वो ममता बनर्जी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी मिल चुके हैं। राव ने कहा कि उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू भी हैं। बैठक के बाद चंद्रशेखर राव ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उनलोगों ने ममता बनर्जी से गठबंधन के विचार पर आइडिया शेयर किया। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर उनकी चंद्रबाबू नायडू से भी बात हो चुकी है। केसीआर ने बताया कि जिन-जिन पार्टियों का साथ हमें मिल रहा है वो सभी भविष्य में एकसाथ बैठकर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
तमिलनाडु में विपक्ष के नेता स्टालिन ने कहा कि चंद्रशेखर राव के विचारों से सहमत हैं और केंद्र से बीजेपी के सेक्यूलर सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए वो ममता बनर्जी की कोशिशों के साथ हैं। स्टालिन ने कहा कि डीएमके के बाद तमिलनाडु में और भी कुछ दल हैं जो बीजेपी के खिलाफ गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि तमिलनाडु में कांग्रेस और डीएमके का गठबंधन है। 2016 के विधान सभा चुनावों में दोनों दलों ने साथ मिलकर लड़ा था।