तमिलनाडु के वेल्लोर में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसमें कुछ अराजक तत्वों ने लड़की को न सिर्फ परेशान किया, बल्कि उसका बुर्का भी उतरवाया। वेल्लोर में दोस्त के साथ किला घूमने गई लड़की का ऑटो वालों ने जबरन बुर्का उतरवाया और वीडियो बनाया। हालांकि, पुलिस जांच में बड़ा चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
6 अराजक तत्व पुलिस रिमांड पर
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि 6 लोगों ने एक महिला को उसका हिजाब हटाने के लिए मजबूर किया और उसकी वीडियोग्राफी की, जब वह ऐतिहासिक वेल्लोर किले का दौरा कर रही थी। महिला को जबरदस्ती हिजाब उतारने के लिए मजबूर करने वाले गिरोह में शामिल 17 वर्षीय युवक को सरकारी आवास भेज दिया गया जबकि अन्य लोगों इमरान बाशा (22), अशरफ बाशा (20), मोहम्मद फैजल (23), संतोष (23), इब्राहिम बाशा (24), और प्रशांत (20) को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया।
वायरल वीडियो को न शेयर करने की अपील
अधिकारी ने आगे कहा, ” ज्यादातर युवक ऑटोरिक्शा चालक थे और उन्होंने कम से कम तीन हिजाब पहनने वाली महिलाओं को निशाना बनाया था, जो वेल्लोर का किला घूमने आई थीं।” वेल्लोर जिले के पुलिस अधीक्षक एस राजेश कन्नन ने अधिक जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि 27 मार्च को हुई इस घटना के पीछे के मकसद की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जनता से अनुरोध है कि वे सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो को साझा न करें।
किले पर बनाया गया सहायता बूथ
वायरल वीडियो में अपराधियों को महिला के मित्र से यह पूछते सुना जा सकता है कि क्या हिजाब पहनी महिला को बाहर ले जाना उसके लिए सही था। इस घटना के बाद किले में पुलिस फोर्स की संख्या बढ़ायी गयी और पुलिस अधीक्षक ने स्मारक देखने आने वालों के लिए एक सहायता बूथ स्थापित किया है।
पुलिस अधीक्षक एस राजेश कन्नन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “इस पुलिस सहायता बूथ को स्थायी बनाया जाएगा। पुलिस अधिकारियों के फोन नंबर जनता के लाभ के लिए बूथ पर प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति में संपर्क किया जा सके।” उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किले पर अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। घटना के पीछे की मंशा के बारे में पूछे जाने पर कन्नन ने कहा कि यह जांच के दौरान पता चलेगा और चार्जशीट में इसका उल्लेख किया जाएगा।