पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने पद की शपथ लेने के लिए 50 मिनट तक सबको इंतजार कराए। दरअसल दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पहुंचने में देरी की वजह से वे हवाई अड्डे पर ही उनका इंतजार करते रहे। इस दौरान समारोह स्थल पर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित अपने तय समय पर 11.50 बजे पहुंच गए थे। जब दिल्ली के मुख्यमंत्री आए तो उनके साथ भगवंत मान समारोह स्थल कटकड़ कलां पहुंचे।

इसके बाद शहीद स्मारक और भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्पार्पण और राष्ट्रगान के बाद समारोह शुरू हो सका। जिस वक्त आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नवनियुक्त मुख्यमंत्री भगवंत मान शपथ ले रहे थे, उनकी मां समारोह स्थल पर ही अरदास कर रही थीं। शपथ समारोह में मां के अलावा अमेरिका से आए बेटी 21 वर्षीय सीरत मान और बेटा 17 वर्षीय दिलशान मान भी मौजूद रहे।

शपथ समारोह के बाद सीएम भगवंत मान ने लोगों को संबोधित किया और फिर चंडीगढ़ स्थित पंजाब सिविल सचिवालय में अपना पदभार ग्रहण किया। अपने भाषण में मान ने कहा कि “आज से ही काम शुरू हो जाएगा। हम एक दिन भी बर्बाद नहीं करेंगे। पहले ही 70 साल की देरी हो चुकी है।” उन्होंने ‘आप’ के स्वयंसेवकों को विनम्र रहने की सलाह दी। कहा, “ऐसी कोई खबर नहीं आनी चाहिए कि वे अहंकारी हो गए हैं।”

मान ने अपने संबोधन में राज्य के लोगों को आश्वासन दिया कि पंजाब में उनकी पार्टी की सरकार बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और किसानों की दुर्दशा जैसे मुद्दों को दूर करने के लिए काम करेगी। उन्होंने वादा किया कि राज्य के सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति में सुधार किया जाएगा जैसे दिल्ली में ‘आप’ सरकार ने किया है।

उन्होंने कहा कि जैसे विदेश से लोग दिल्ली के बेहतर स्कूलों और अस्पतालों को देखने आते हैं, वैसे ही वे भी पंजाब आएंगे। उन्होंने पंजाब के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए दूसरे देशों में प्रवास करने के मुद्दे का भी जिक्र किया।

‘आप’ को मिले भारी बहुमत पर मान ने कहा कि इतना बड़ा जनादेश देकर पंजाब के लोगों ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा, “आने वाले सालों में स्कूलों में पढ़ाया जाएगा कि लोगों ने बिना किसी डर या लालच के 20 फरवरी 2022 (पंजाब चुनाव) को वोट दिया।”