सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने असहिष्णुता पर ‘‘चुप्पी’’ के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शनिवार को हमला बोला और आरोप लगाया कि आरएसएस और कई अन्य हिंदुत्व संगठन भारत को एक ‘हिंदू राष्ट्र’ घोषित करना चाहते हैं। अग्निवेश ने यहां कहा, ‘असहिष्णुता के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी सुविचारित और योजनाबद्ध है।’

उन्होंने कहा कि देश में धर्म के नाम पर हिंसा ‘अत्यंत चौंकाने’ वाली है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों, साहित्यक हस्तियों, कलाकारों ने असहिष्णुता के खिलाफ अपने विरोध में अपने पुरस्कार लौटाये हैं। उन्होंने कहा, ‘आरएसएस के साथ ही रामसेना, हिंदूसेना जैसे हिंदुत्व तत्व इस देश को धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं और वे भारत को एक हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहते हैं।’

अग्निवेश ने कहा, ‘हिंदुत्व लॉबी पिछले कुछ समय से सक्रिय थी। अब वह नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में स्वयं को सत्ता में महसूस कर रही है। अब आरएसएस भारत को एक हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिये उतावला है। यह असहिष्णुता का चरम है।’

उन्होंने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नारे ‘सबका साथ सबका विकास’ उसके (आरएसएस) की हाल में रांची में आयोजित बैठक में पारित प्रस्ताव में स्पष्ट हो गया है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रस्ताव में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सबका मतलब वे धर्म हैं जो भारत में उत्पन्न हुए जैसे हिंदू, जैन, बौद्ध और सिख।’’