Suryakanta Vyas: राजस्थान विधानसभा में लंबे समय तक सबसे उम्रदराज विधायक रहीं सूर्यकांता व्यास का बुधवार सुबह निधन हो गया है। वो 86 साल की थी। उन्होंने पार्षद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। पिछले साल हुए राजस्थान विधानसभा में जब बीजेपी ने उनको टिकट नहीं दिया था तो उस दौरान खूब चर्चा हुई थी। जमीन से जुड़े होने के नाते सभी पार्टियों के नेता और उनके चाहने वाले उनको जीजी कहकर बुलाते थे। उनके कार्य करने की शैली और व्यवहार कुशलता की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उन्हें बड़ी बहन मानते थे।
राजस्थान की सूरसागर और पुराने जोधपुर से 3-3 बार विधायक रहीं सूर्यकांता व्यास की शादी महज 12 वर्ष की आयु में ही हो गई थी। वो 1960 के दशक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गईं। वो भाजपा के महिला मोर्चा समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रहीं। व्यास ने राम जन्मभूमि आंदोलन में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इसके साथ ही वो 1994 में बीजेपी की कश्मीर (लाल चौक) में तिरंगा यात्रा के दौरान कश्मीर भी गईं। उन्हें साल 2012 में राजस्थान विधानसभा का सर्वश्रेष्ठ विधायक भी चुना गया था। वो जोधपुर इलाके में लंबे समय तक बीजेपी की वरिष्ठ और लोकप्रिय चेहरा रहीं।
जोधपुर का किया विकास
जोधपुर के विकास में जीजी का अहम योगदान माना जाता है। उन्होंने पहले जोधपुर और फिर सूरसागर विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान जीजी ने भैरो सिंह शेखावत और वसुंधरा राजे की सरकार में जोधपुर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वो 7 बार चुनाव लड़ीं जिसमें 6 बार जीतकर जीजी राजस्थान विधानसभा पहुंची थीं।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
सूर्यकांता व्यास के निधन के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शोक व्यक्त करते हुए अपनी संवेदना दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा है, ‘सूरसागर विधानसभा से पूर्व विधायक, भाजपा परिवार की वरिष्ठ सदस्या, श्रीमती सूर्यकान्ता व्यास ‘जीजी’ के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। कुछ दिन पूर्व ही उनसे भेंट हुई थी जहां उनका आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। मेरे प्रति उनका अपार स्नेह और वात्सल्य सदैव बना रहा। उनका स्वर्गवास भारतीय जनता पार्टी परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।’