समाजवादी पार्टी ने ‘मीडिया पैनलिस्टों’ की घोषणा करके इस बात के संकेत दिए हैं कि पार्टी 2024 के चुनाव के लिए अभी से तैयारियों में लग गई है।
नेताजी मुलायम सिंह यादव के निधन पर हुए मैनपुरी संसदीय सीट पर विजय पताका फहराने के बाद समाजवादी पार्टी उत्साह से बेहद लबरेज नजर आ रही है। समाजवादी पार्टी एक नई ऊर्जा के साथ प्रभावी भूमिका में आने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गई है ।
समाजवादी पार्टी की ओर से मीडिया पैनल की एक लंबी सूची जारी की गई है। इस सूची में समाजवादी पार्टी में कई पुराने दिग्गजों को जहां जगह दी है, वहीं नए लोगों को भी मौका दिया है। समाजवादी पार्टी के मीडिया पैनल का काम समाजवादी पार्टी की नीतियों का प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया मंच यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम और टीवी चैनलों पर करने का रहेगा।
सूची में डा. आशुतोष वर्मा को पहले स्थान पर रखा गया है। वहीं, विधान परिषद के पूर्व सदस्य सुनील सिंह साजन को भी स्थान दिया गया है। मुखरता के साथ अपनी बात रखने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभावी नेता राजकुमार भाटी भी इस सूची में रखा गया है। अमीक जमेई को जहां जगह मिली है, वहीं डा. राजपाल कश्यप, नेहा यादव, उदयवीर सिंह, आइपी सिंह, निधि यादव, अब्दुल हाफिज गांधी, कीर्ति निधि पांडे, डा. अभिषेक राय, डा. अरविंद गुप्ता, अभिषेक मिश्रा, घनश्याम तिवारी और इटावा के पूर्व जिला अध्यक्ष व पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री अशोक यादव को भी स्थान मिला है।
पैनल सूची में एक ऐसे नाम को भी शामिल किया गया है जो अपने संवादों के लिए खासे चर्चा में रह चुके हैं और भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर रहने के कारण काफी लंबे समय तक जेल की हवा भी खा चुके हैं, जिनका नाम अनुराग भदौरिया है ।
पार्टी के नवनियुक्त मीडिया प्रवक्ता अशोक यादव का दावा है कि पार्टी के आलाकमान ने उन पर जो भरोसा और विश्वास जताया है। उस पर वह हर हाल में खरा उतरने का प्रयास करेंगे। वैसे तो बड़े पैमाने पर पार्टी की नीतियों को लगातार उठाने का काम कर ही रहे हैं, अब पार्टी ने उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसके साथ वह पार्टी की नीतियों को व्यापक पैमाने पर पहुंचाने का काम करेंगे।
बताते चलें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के मुकाबले प्रचार प्रसार के मुकाबले समाजवादी पार्टी बेहद कमजोर स्थिति में है लेकिन फिर भी पार्टी अपनी नीतियों के मुकाबले संघर्षपूर्ण स्थिति में मुकाबला करते हुए दिखाई दे रही है।