उत्तर प्रदेश के डुमरियागंज से समाजवादी पार्टी की नवनिर्वाचित विधायक सैयदा खातून समेत 200 सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का आरोप है कि गुरुवार को सैयदा खातून के विधायक निर्वाचित होने के बाद उनके समर्थकों द्वारा यह नारे लगाए गए। यह शिकायत डुमरियागंज पुलिस स्टेशन में यूपी पुलिस के सब इंस्पेक्टर रमाकांत सरोज ने दर्ज करवाई है।

शनिवार को सिद्धार्थनगर पुलिस ने इस मामले में 5 स्थानीय निवासियों को गिरफ्तार किया है। समाजवादी पार्टी की विधायक सैयदा खातून ने सभी आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि पुलिस फर्जी मुकदमे दर्ज कर उन्हें प्रताड़ित कर रही है।

इस पूरे मामले को लेकर पुलिस ने कहा कि, “शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया गया जिसमें सैयदा खातून की जीत पर जश्न मनाते लोगों को कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाते हुए सुना जा सकता है।” डुमरियागंज के सर्किल ऑफिसर अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस ने अब तक भीड़ में से 15 लोगों की पहचान की है। साथ ही उन्होंने कहा कि विधायक और अन्य लोगों की कथित भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि आईपीसी की धारा 153-A, 188 और 505-2 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

वहीं इस पूरे मामले पर सैयदा खातून ने कहा कि, “पुलिस हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं को परेशान करने की कोशिश कर रही है और मैं इस मुद्दे को उच्च अधिकारियों के सामने उठाऊंगी। हमें संदेह था कि कुछ बाहरी लोगों ने समूह के साथ घुलने-मिलने की कोशिश की और कथित तौर पर नारेबाजी की। इसकी गहन जांच की जरूरत है।”

डुमरियागंज विधानसभा सीट से सपा की उम्मीदवार सैयदा खातून ने बीजेपी के विधायक राघवेंद्र सिंह को 771 वोटों से हराया है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी लड़ाई सैयदा खातून और राघवेंद्र सिंह के बीच हुई थी। उस समय सैयदा खातून ने बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और उन्हें 171 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। राघवेंद्र सिंह हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।