भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टोलरेंस नीति के तहत उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लोक निर्माण विभाग में कार्रवाई करते हुए 5 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। सरकार की इस कार्रवाई से नाराज चल रहे जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे की चर्चा है। उधर, यूपी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद भी इस कार्रवाई से काफी नाराज चल रहे हैं। राज्य सरकार में चल रही इस तनातनी पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने तंज कसा है।

उन्होंने कहा कि इस सरकार में मंत्री-मंत्री और अधिकारी-अधिकारी सब एक दूसरे से जूझे पड़े हैं और किसी को जनता की नहीं पड़ी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जनता बेचारी इंतेजार कर रही है कि कब न्याय मिलेगा और यहां सब लूटमार में व्यस्त हैं।

अनुराग भदौरिया ने कहा, “उत्तर प्रदेश में कमाल सरकार देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री बनाम मंत्री, मंत्री बनाम मुख्यमंत्री खींचातानी। अधिकारी बनाम अधिकारी आपस में खींचातानी चल रही है। कोई कितना अपना हथिया ले। भईया जनता ने चुनी थी सरकार, तो जनता के बारे में भी सोचोगे कि नहीं सोचोगे? जनता बेचारी इंतेजार कर रही है कि उसको न्याय कब मिलेगा। जनता की कोई सुनवाई नहीं। मंत्री-मंत्री, अधिकारी-अधिकारी सब एक दूसरे से जूझे पड़े हैं। सब लूटमार में व्यस्त हैं। रामभरोसे सरकार है।”

बताया जा रहा है कि दिनेश खटीक ने अपना इस्तीफा गृह मंत्री अमित शाह को भेज दिया है। उन्होंने अधिकारियों पर तवज्जो ना मिलने और दलितों का सम्मान ना करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राजभवन को भी इस्तीफा भेज दिया है।

उधर, पीडब्ल्यूडी विभाग में हुई कार्रवाई से जितिन प्रसाद नाराज हैं। मंगलवार को वो बैठक में शामिल हुए और बैठक के बाद वहां से निकल गए। उन्होंने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की। बता दें कि पीडब्ल्यूडी विभाग में जिन 5 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है उनमें पीडब्ल्यूडी के हेड और चीफ इंजीनियर मनोज गुप्ता भी शामिल हैं।