एक दलित महिला की हत्या और बलात्कार की आशंका के मामले सपा और बसपा के बीच मदद का भरोसा देने की होड़ मच हुई है। बसपा के पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने जहां पीड़ित परिवार को पच्चीस हजार रुपए दिए वहीं इस बार सपा से विधानसभा चुनाव में टिकट के प्रबल दावेदार अतुल प्रधान ने 31 हजार रुपए की धनराशि परिवार को दी। अतुल प्रधान ने मुख्यमंत्री राहत कोश से पांच लाख रुपए का मुआवजा दिलाए जाने का भरोसा दिया उसके बाद ही परिजनों ने महिला का शव पुलिस को सौंपा।
जानकारी के मुताबिक थाना दौराला के खेड़ी में एक महिला की हत्या करने के बाद उसकी लाश को खेतो में फेंक दिया गया था। गांव की रहने वाली 45 साल की महिला खेतों में काम करने गई थी। उसके पति ने बताया कि शाम तक जब वह वापस नहीं लौटी तब कुछ लोगो को साथ लेकर उसकी तलाश की गई। खेड़ी सरसवा मार्ग पर एक खेत में एक महिला का नग्न अवस्था में शव पड़ा मिला। उसकी गर्दन काटकर हत्या की गई थी। हत्या की सूचना के बाद गांव के लोग मौके पर पहुंचे।
महिला के नीचे के हिस्से को हत्यारे ने घास-फूस से ढक दिया था। पास ही खून से सनी वह दराती भी पड़ी थी जिससे महिला की हत्या की गई थी। आशंका जताई जा रही है कि महिला के साथ बलात्कार भी किया गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। दौराला थाना प्रभारी परशुराम यादव ने बताया कि मामला अज्ञात में दर्ज कर लिया गया है। हत्या में शामिल लोगों की तलाश की जा रही है। खोजी कुत्तों को भी मौके पर बुलाया गया।
महिला की हत्या को भी सपा-बसपा ने भुनाने की कोशिश की। हत्या की जानकारी मिलने के बाद बसपा के पूर्व विधायक योगेश वर्मा व सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान भी मौके पर पहुंच गए। इसी के साथ दलित संगठन के डा. रवि भी पीड़ित परिवार के पास पहुंचे। बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर सपा व बसपा के बीच ऐसे संवेदनशील मौके पर भी तीखी बयानबाजी हुई। योगेश वर्मा ने जब पीड़ित परिवार को 25 हजार रुपए नगद देने की घोषण की, तो अतुल प्रधान भी पीछे नहीं रहे। अतुल प्रधान ने मुख्यमंत्री राहतकोश से पांच लाख रुपए दिलाए जाने का भरोसा दिया है।