महाराष्ट्र के बीड में स्व.गोपीनाथ मुंडे जी की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे। इस दौरान सीएम चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में हम हर कार्यक्रम बेटियों के पैर धोकर उनके पांव के पानी को माथे से लगाते हैं। बेटे जीवन भर माता, पिता की सेवा करेंगे की नहीं इसकी मैं गारंटी नहीं दे सकता। लेकिन, बेटी की जब तक सांस चलेगी अपने माता, पिता को भूल नहीं सकती।

महाराष्ट्र के बेटे-बेटियों का भी मामा: इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मैं मध्य प्रदेश के बच्चों का मामा हूं, तो महाराष्ट्र के बेटे-बेटियों का भी मामा ही हूं। महाराष्ट्र से मेरा बहुत गहरा रिश्ता है।” उन्होंने कहा, “राजनीति में अगर मुझे किसी ने बेहतर काम सिखाया तो उनका नाम था स्वर्गीय प्रमोद महाजन जी और दूसरे स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे जी ने। दूसरा ‘मी तुमचा जमाई आहे’।”

कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी को गांव-गांव तक जन-जन तक पहुंचाया किसी ने तो स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे जी ने। उनकी लोकप्रियता मैंने देखी है। उन्होंने कहा, “मुझे आज भी लगता है कि गोपीनाथ जी मुस्कुराते हुए आयेंगे और पूछेंगे कि कहो शिवराज मध्य प्रदेश का क्या हाल है? उनका मुस्कुराता चेहरा भुलाये नहीं भूलता है।”

संघर्ष,साहस,सेवा का त्रिवेणी संगम: गोपीनाथ मुंडे के बारे में बोलते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बन के संघर्ष यात्रा के माध्यम से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का वातावरण तैयार किया तो स्वर्गीय गोपीनाथ जी ने। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोदावरी की महा भीषण बाढ़ में सरकार नहीं पहुंची, सरकार की सहायता नहीं पहुंची, उससे पहले गोपीनाथ मुंडे जी पैदल-पैदल गांव-गांव पहुंच गए। आपका जीवन संघर्ष,साहस,सेवा का त्रिवेणी संगम था। ज्ञान भक्ति और कर्म का संगम मैंने किसी ने देखा तो उनका नाम था स्वर्गीय गोपीनाथ जी।

हाल ही में भोपाल में गरीब कल्याण सम्मेलन के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और सरदार वल्लभ भाई पटेल का ‘ त्रिवेणी संगम’ बताया था। उन्होंने इसके साथ ही पीएम मोदी को भारत के लिए भगवान का वरदान करार दिया था।