28 दिसंबर 1885 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का गठन हुआ था। कांग्रेस की स्थापना का श्रेय एओ ह्यूम, दादाभाई नौरोजी और दिनशॉ वाचा को जाता है। ऐसे में आज कांग्रेस अपना 134वां स्थापना दिवस मना रही है। इस बार कांग्रेस के लिए स्थापना दिवस काफी खास है क्योंकि हाल ही में 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में तीन राज्यों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। स्थापना दिवस के मौके पर आपको बताते हैं देश की सत्ता पर सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी के इतिहास के बारे में कुछ अहम बातें…
60वें अध्यक्ष हैं राहुल गांधी: राहुल गांधी के पहले कांग्रेस पार्टी के 59 अध्यक्ष रह चुके हैं ऐसे में राहुल गांधी पार्टी के 60वें अध्यक्ष हैं। वहीं आजादी के बाद से राहुल गांधी कांग्रेस के 19वें अध्यक्ष हैं। बता दें कि गांधी परिवार की पांचवी पीढ़ी के हैं जो इस कुर्सी पर बैठे हैं। राहुल गांधी से पहले जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी ने कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाला है।
एओ ह्यूम ने की थी स्थापना: जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की स्थापना सिर्फ 72 राजनीतिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से अवकाश प्राप्त आईसीएस अधिकारी स्कॉटलैंड निवासी एलन ओक्टेवियन ह्यूम (एओ ह्यूम) ने की थी। इस पार्टी में पत्रकार से लेकर वकीलों और सामाजिक कार्यकर्ता तक शामिल थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला सेशन मुंबई (जिसे उस वक्त बॉम्बे कहते थे) के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में हुआ था, जिसके अध्यक्ष तत्तकालीन बैरिस्टर व्योमेश चंद्र बनर्जी थे। वहीं पार्टी का दूसरा सेशन कोलकाता में दादाभाई नौरोजी की अध्यक्षता में हुआ था।
एक नजर कांग्रेस के इतिहास पर:
– 11 दिसंबर 2017 से राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद का भार संभाला है।
– 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर पहले विवाद के बाद इस्तीफा दे दिया था।
– आजादी के बाद कांग्रेस के 18 अन्य अध्यक्षों में से 13अध्यक्ष गांधी या नेहरू परिवार से नहीं थे।
– आजादी के बाद से पार्टी अध्यक्ष पद को सबसे लंबे वक्त यानी 19 साल तक सोनिया गांधी ने संभाला है। वहीं इंदिरा गांधी अलग अलग कार्यकाल में सात वर्ष तक पार्टी अध्यक्ष रहीं।
-1997 में सोनिया गांधी ने पार्टी की सदस्यता ली थी और 1998 में वो पार्टी अध्यक्ष बन गईं थीं।
– लाल बहादुर शास्त्री और मनमोहन सिंह कांग्रेस पार्टी के दो ऐसे नेता रहे जो प्रधानमंत्री तो रहे लेकिन पार्टी के अध्यक्ष नहीं रहे। गौरतलब है कि कांग्रेस के पहले और आखिरी पीएम ही पार्टी के अध्यक्ष नहीं रहे थे।
आजादी के बाद पहले अध्यक्ष बने आचार्य कृपलानी: आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी के पहले अध्यक्ष आचार्य कृपलानी बने थे। आजाद भारत के पहले आम चुनाव में कांग्रेस की ओर से दावेदार थे जवाहरलाल नेहरू जिसमें कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की थी।