हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या पर संसद में हुई बहस के बीच मृतक के परिवार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला बोला। वेमुला के परिवार ने आरोप लगाया कि स्मृति ने संसद में झूठ बोला।
रोहित की मां ने कहा, ”मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से फॉरवर्ड की गई चिट्ठियों में संकेत मिलते हैं कि स्टूडेंट्स को देशद्रोही और कट्टरपंथी करार दे दिया गया। मैं इसका जवाब चाहती हूं कि मेरा बेटा कैसे देशद्रोही और कट्टरपंथी बन गया? स्मृति झूठ बोल रही हैं और मामले को भटका भी रही हैं। उसे (रोहित) को बीते सात महीने से कोई वजीफा नहीं मिला।” बता दें कि स्मृति ने संसद में हुई बहस के दौरान कहा था कि रोहित का वजीफा नहीं रोका गया।
वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रोहित के दोस्त ने कहा, ”केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत और स्मृति ईरानी ने दावा किया कि रोहित वेमुला दलित नहीं था। जांच को पूरी होने दीजिए। पहले से मौजूद जाति सर्टिफिकेट में यह बताया गया है कि रोहित शेड्यूल कास्ट से ताल्लुक रखता था। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश ने अपना लाल खोया है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अगर देश ने अपना बेटा खोया है तो उसे देशविरोधी क्यों बना दिया गया। उसी बेटे को आपके कैबिनेट मिनिस्टर बंडारू दत्तात्रेय ने कट्टरपंथी करार दिया। मोदी ने उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया? स्मृति ईरानी के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया जो लगातार झूठ बोल रही हैं। स्मृति जी दावा करती हैं कि चीफ वार्डन जांच कमेटी के हिस्सा थे। वह यह जाकर जांच सकती हैं कि ऐसा नहीं था। हम स्मृति ईरानी की संसद में कही गई झूठी बातों का भंडाफोड़ करना चाहते हैं।”