सोशल मीडिया पर एक वीडिया काफी वायरल हो रहा है जिसमें एक पुलिसकर्मी एक युवक का चालान काटना चाह रहा है लेकिन युवक कांग्रेसी नेता के नाम से बार बार चालान नहीं काटने की बात कर रहा है। वहीं पुलिसकर्मी कहता दिखाई दे रहा है कि चाहें वर्दी उतार दूं लेकिन जो गलत है वो गलत है। वहीं इस वीडियो पर शिवराज सिंह चौहान ने भी राहुल गांधी को घेरा है और सवाल पूछा है।

क्या है पूरा मामला: दरअसल पूरा मामला इंदौर के राजवाड़ा क्षेत्र का है। जहां मगंलवार को चालान काटने की बाच को लेकर ट्रैफिक सूबेदार अरुण सिंह का एक नेता से विवाद हो गया। दरअसल अरुण के मुताबिक- ‘नेता मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चला रहे थे इस पर मैंने उसे रोका और चालान काटने की बाच कही। लेकिन नेता बाला बच्चन का नाम लेने लगा।’

National Hindi News, 3 April 2019 LIVE Updates:पढ़ें आज की सभी बड़ी खबरें  

क्या बोला ट्रैफिक सूबेदार: वीडियो में ट्रैफिक सूबेदार कहते सुनाई दे रहे हैं- ‘ इससे नाराज होकर सूबेदार ने कैमरे के सामने स्पष्ट कहा कि मैं सूबेदार अरुण सिंह, थाना ट्रैफिक पश्चिम, चाहे बाला बच्चन की धमकी दे, चालानी कार्रवाई करूंगा। आपने गलती करी है तो चालान तो बनेगा ही। कोई नियम तोड़ेगा तो उसे चालान तो भरना पड़ेगा। यह लोग मुझे कांग्रेस के नेताओं का नाम लेकर धमकी दे रहे है। यह कह रहे हैं कि मप्र में हमारी सरकार है और यदि राजवाड़ा में रहना है तो हम पर कार्रवाई नहीं करें। मैं यह कहना चाहता हूं कि चाहे मैं यह वर्दी उतार दूंगा लेकिन नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई अवश्य करुंगा, चाहे कोई मुझे बाला बच्चन के नाम से डराए या किसी अन्य नाम से।’


दूसरे पक्ष का क्या है कहना: वहीं दूसरी ओर वीडियो में जो दूसरा पक्ष है वो ऐसी किसी भी बात से इनकार करता दिख रहा है और कह रहा है कि ऐसे नहीं कहा गया है।

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ने कसा तंज: वहीं इस मामले पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तंज सकते हुए ट्वीट किया और लिखा- मैंने सुना है कमलनाथ सरकार ने इस निडर पुलिस अफ़सर को अपना कर्तव्य निभाने के लिए और कांग्रेस की गुंडागर्दी को न मानने पर लाइन अटैच करवा दिया है। वाह, राहुल गांधी जी वाह, क्या यही कांग्रेस का क़ानून प्रति सम्मान है?

 

सूबेदार को ट्रेनिंग के लिए भेजा: दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक इस पूरे मामले पर बुधवार को एसएसपी ने बताया कि उन्होंने सूबेदार अरुण सिंह को बुलाकर उनसे इस मामले पर चर्चा की तो पता लगा कि काम के ओवरलोड के कारण वो हाइपर हो गए थे। जिसके चलते उन्हें एक सप्ताह की ट्रेनिंग के लिए भेजा जा रहा है। इस ट्रेनिंग में तनाव कम करने के टिप्स दिए जाएंगे।