MP News: मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार की मंत्री उषा ठाकुर ने गुरुवार को मांग की है कि दुष्कर्मियों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए ताकि इस तरह की सजा दूसरों के लिए एक बड़ा उदाहरण बने और इसे देखकर ऐसा जघन्य अपराध करने का दुस्साहस करने की कोई भी हिम्मत न करे। उनका यह बयान इस सप्ताह की शुरुआत में राज्य के खंडवा जिले में चार साल की बच्ची से कथित बलात्कार के बाद आया है।
मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री ने मीडिया से बातचीत में बताया, “मध्य प्रदेश सरकार ऐसे बर्बर असामाजिक तत्वों से सख्ती और सतर्कता से निपट रही है। यह देश का पहला राज्य है जिसने बलात्कारियों को मौत की सजा का प्रावधान किया है। अब तक 72 ऐसे अपराधियों को मौत की सजा दी गई है।”
ऐसी घटनाएं सभी के लिए चिंता का विषय
संस्कृति मंत्री ने आगे कहा अगर उसके बाद भी इस तरह के बार-बार अपराध होते रहते हैं, तो यह समाज के लिए, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ, मीडिया और हम सभी के लिए चिंता का विषय है। “हमें विभिन्न माध्यमों से समाज को जागरूक करना है। कोई इस तरह के बर्बर कृत्यों में कैसे शामिल हो सकता है? मैं मुख्यमंत्री (शिवराज सिंह चौहान) से अनुरोध करूंगी कि ऐसे अपराधियों को सार्वजनिक चौराहों पर सजा दी जानी चाहिए। एक आरोपी को मौत की सजा दी जाती है जेल में लेकिन कोई ये जान नहीं पाता है कि फांसी कैसे और कहां हुई।
गन्ने के खेत में बेहोश पाई गई थी मासूम
उषा ठाकुर ने कहा, “यहां हाल ही में हुई दुष्कर्म की घटनाओं के सिलसिले में पकड़े गए दो अपराधियों को अगर खंडवा शहर के एक चौराहे पर सार्वजनिक रूप से फांसी दी जाती है, तो ऐसे सभी व्यक्ति (अपराधी तत्व) किसी भी बेटी को छूने से पहले हजार बार सोचेंगे।” आपको बता दें कि हाल में ही मध्य प्रदेश के खंडवा में एक चार साल की बच्ची गन्ने के खेत में बदहवास अवस्था में पाई गई जिसका यौन शोषण किया गया था और वो इंदौर के एक अस्पताल में भर्ती है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा कि उन्होंने लोगों से उनके विचार का समर्थन करने की भी अपील की और कहा कि वे भविष्य में इस तरह के अपराधों में शामिल होने से दूसरों को रोकने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ऐसे दुष्कर्मियों को सार्वजनिक चौराहों पर फांसी देने का भी अनुरोध करेंगी।