उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार में कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए अपराधियों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई होती रही है। कई बड़े अपराधी और माफिया जेल में है और उनकी अवैध कमाई और लूटपाट से बने बंगलों, इमारतों और अन्य संपत्तियों पर सरकार का बुलडोजर लगातार चलता रहा है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इसको मुद्दा बनाया और जनता को आश्वस्त किया कि राज्य में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसी कार्रवाई आगे भी होती रहेगी।
अब इसी तर्ज पर मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार भी अपराधी गिरोहों को काबू में रखने के लिए बुलडोजर चला रही है। हाल ही में यूपी की एक चुनावी रैली में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपराधियों के लिए योगी आदित्यनाथ के “बुलडोजर” कार्रवाई की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि यह कदम राज्य में अपराध के खिलाफ एक सफल हथियार साबित हुआ है। उन्होंने कहा था, “योगी बाबा के बुलडोजर से माफिया दफनाए जा रहे हैं। आज मुख्तार अंसारी जैसे माफिया बुलडोजर बाबा से कांप रहे हैं।”
अभी हाल ही में भोपाल में कई पोस्टर्स और होर्डिंग्स लगाकर यूपी के सीएम के बुलडोजर बाबा की तरह एमपी के सीएम को बुलडोजर मामा लिखा गया है। इनमें “बेटी की सुरक्षा में जो बनेगा रोड़ा, मामा का बुलडोजर बनेगा हथौड़ा” और “बहन-बेटी की इज्जत से जिसने किया खिलवाड़, बुलडोजर पहुंचेगा उसके द्वार” जैसे नारे लिखे हैं।
शहडोल में मंगलवार को प्रशासन ने गैंगरेप और हत्या के एक आरोपी के घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। आरोपी ने एक युवती को पिकनिक के बहाने अपने साथ ले गया था और रास्ते में नौकरों के साथ मिलकर उसका रेप किया और फिर जहर खिलाकर हत्या कर दी।
इसी तरह छतरपुर, रायसेन और श्योपुर में भी कई अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। छतरपुर में पुलिस ने सरकारी जमीन पर भूमाफिया के कब्जा कर लेने पर बुलडोजर चलाकर मुक्त करा दिया। रायसेन में हिंसा करने वाले और श्योपुर में दुष्कर्म के आरोपियों के ठिकाने पर कार्रवाई की गई।
राज्य सरकार का मानना है कि अपराधियों की कमर तोड़ने और उनकी अवैध कमाई पर लगाम कसने के लिए बुलडोजर की कार्रवाई कारगर साबित हो रही है। अफसरों और पुलिस वालों को माफिया गिरोहों पर किसी भी तरह की नर्मी नहीं बरतने को कहा गया है।