बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से ठीक पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लालू परिवार को निशाने पर लिया है। शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि बिहार में हो रहे विकास को देखकर विपक्ष कुंठित है। उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का नाम लिए बिना लालू परिवार में चल रही लड़ाई पर बयान दिया।
शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “विपक्ष परिवारवाद और कुर्सीवाद में उलझ गया है। किडनी देने वाली बेटी का भी तिरस्कार हो रहा है, कौन होगा इसी पर महाभारत मची हुई है, एक यहां है, एक वहां है और वहां से भी तय नहीं कर रहे हैं कि कौन होगा यहां।”
लालू प्रसाद यादव जब बीमार थे तो रोहिणी ने उन्हें अपनी किडनी दी थी।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि बिहार में एक बार फिर रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से एनडीए की सरकार बनने जा रही है।
बिहार चुनाव से पहले क्या लालू यादव के परिवार में कुछ गड़बड़ चल रही है?
राहुल गांधी पर भी दिया बयान
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की कुंठा देश में नहीं विदेश में निकल रही है। शिवराज ने कहा, “वह विदेश में जाकर देश को बदनाम करने का पाप और अपराध कर रहे हैं और जो देश को दुनिया में बदनाम करते हैं, जनता उनको कभी स्वीकार नहीं करती है।”
कुछ दिनों पहले बिहार की राजनीति में रोहिणी आचार्य ने सनसनी मचा दी थी। रोहिणी ने अपने X अकाउंट पर एक के बाद एक कई पोस्ट की थी और इसके जरिए अपने भाई तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव पर हमला बोला था।
तेज प्रताप ने किया था रोहिणी का समर्थन
रोहिणी के द्वारा संजय यादव पर किए गए हमलों के बीच तेज प्रताप यादव उनके समर्थन में खुलकर आगे आए थे और उन्होंने कहा था कि उनकी बहन ने जो काम किया है वह शायद ही कोई बेटी या मां कर सकती है। तेज प्रताप यादव ने चेतावनी देते हुए कहा था कि उनकी बहन का जो अपमान करेगा तो सुदर्शन चक्र चलेगा
रोहिणी आचार्य के द्वारा सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रही लड़ाई खुलकर जनता के सामने आ गई थी। यह लड़ाई तेजस्वी के भरोसेमंद माने जाने वाले राज्यसभा सांसद संजय यादव को लेकर शुरू हुई थी। तेज प्रताप यादव कई बार इशारों में नाम लिए बिना संजय यादव को जयचंद बता चुके हैं।
इसी तरह रोहिणी आचार्य भी कह चुकी हैं कि उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है लेकिन आत्म-सम्मान सर्वोपरि है।
महागठबंधन के लिए खड़ी होगी मुश्किल?
शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रही लड़ाई पर बात की है और रोहिणी आचार्य का मुद्दा उठाया है, उससे लगता है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी इसे मुद्दा बना सकती है और इससे न सिर्फ आरजेडी बल्कि महागठबंधन के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।