Akhilesh Yadav vs Shivpal Yadav: समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद एबीपी न्यूज ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव से बातचीत की तो उनका दर्द छलक आया। उन्होंने कहा इससे तो अच्छा होता कि अखिलेश यादव हमें विधानमंडल दल से ही निकाल देते। उन्होंने तो हमे स्वतंत्र कर दिया है। इस दौरान शिवपाल यादव ने नेता जी (मुलायम सिंह यादव) को याद किया। उन्होंने कहा, ‘अगर आज नेता जी पार्टी में होते तो शायद कुछ और बात होती’
आपको बता दें कि इसके पहले समाजवादी पार्टी ने पिछले दिनों सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को पत्र जारी कर कह दिया था कि जिसको जहां सम्मान मिले वो स्वतंत्र है। इसके बाद जब एबीपी न्यूज ने उनसे ये सवाल किया कि अब स्वतंत्र होने के बाद आप को दुख है कि आप एकदम से अलग हो गए। तो इसके जवाब में शिवपाल सिंह यादव ने कहा, ‘स्वतंत्र होने के बाद कैसा दुख अब तो मैं सुखी हूं।’
अखिलेश राजनीतिक तौर पर अपरिपक्व
वहीं जब शिवपाल यादव से ये पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव के पीछे कोई और भी है समाजवादी पार्टी में जो फैसले ले रहा हो? तो इसके जवाब में शिवपाल यादव ने कहा, वो पार्टी के सर्वेसर्वा हैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं उनके ऊपर कौन होगा। वहीं उन्होंने अखिलेश यादव के इन फैसलों को राजनीतिक अपरिपक्वता करार दिया है। शिवपाल यादव ने कहा, ‘ऐसे निर्णय लेकर अखिलेश यादव ने राजनीतिक अपरिपक्वता का परिचय दिया है और निकट भविष्य में उन्हें उसका नुकसान उठाना पड़ेगा।’
पत्र जारी कर सपा ने कही थी ये बात
वहीं इसके पहले समाजवादी पार्टी ने एक पत्र जारी कर प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और भासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को बोल दिया कि आप लोगों को जहां सम्मान मिले वहां आप लोग जाने के लिए स्वतंत्र हैं। इस पत्र के जवाब में भासपा के अध्यक्ष सुहैल देव ने कहा कि अब वो बीएसपी के साथ जाएंगे। इस पत्र के आने के बाद आज शिवपाल यादव का दर्द छलका है।