Shiv Sena Row: चुनाव आयोग के फैसले से उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुट को बड़ा झटका लगा है। पहले उद्धव गुट से पार्टी का नाम और सिंबल छिना, इसके बाद पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल और यूट्यूब से ब्लू टिक हट गया। अब उद्धव ठाकरे को एक और झटका लगा है। विधानसभा में मौजूद शिवसेना के ऑफिस को भी एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट को दे दिया गया है। एकनाथ शिंदे गुट के समर्थक विधायकों ने स्पीकर राहुल नार्वेकर से मुलाकात कर इसकी मांग की थी।
सुप्रीम कोर्ट से भी लगा झटका
सुप्रीम कोर्ट से भी उद्धव गुट को झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट में उद्धव ठाकरे गुट ने कहा इस मामले में तत्काल सुनवाई की मांग की थी। हालांकि सीजेआई ने कहा कि इस मामले में तत्काल सुनवाई नहीं की जा सकती है। याचिकाकर्ताओं को तय प्रक्रिया के तहत आना चाहिए। सीजेआई ने कहा कि यह मामला सुनवाई के लिए मेंशन नहीं है।
उन्होंने कहा कि कल इस मामले को सुनवाई के लिए लिस्ट में मेंशन किया जाए, इसके बाद इस पर सुनवाई की जाए। उधर, एकनाथ शिंदे गुट ने भी इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल कर दी है। बता दें कि शिवसेना का नाम और निशान चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को दे दिया है।
40 विधायक शिंदे गुट के पास
एकनाथ शिंदे गुट के पास पार्टी के कुल 55 विधायकों में 40 का समर्थन है। इसके अलावा 18 लोकसभा सांसदों में से 13 शिंदे गुट के साथ हैं। इसके अलावा कई पार्षदों और अन्य नेताओं ने भी शिंदे गुट का समर्थन किया है। इसके बाद चुनाव आयोग ने पार्टी के चुनाव नाम और चुनाव चिन्ह को शिंदे गुट को सौंप दिया।