पूर्वोत्तर राज्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार अभियान की आलोचना करते हुए शिवसेना ने सोमवार कहा कि प्रधानमंत्री को सूखे से पीड़ित मराठवाड़ा इलाके का दौरा करने के लिए भी समय निकालना चाहिए। शिवसेना ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री भले ही अब एक ‘विश्व नेता’ बन गए हों लेकिन भारत के लोगों को उनकी अधिक जरूरत है।

पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा गया है, ‘मोदी अब एक विश्व नेता बन गए हैं और वह भारत के प्रधानमंत्री के रूप में विश्वभर में जा रहे हैं । इस देश के लोग सूÞखे से पीड़ित हैं और भूख प्यास से मर रहे हैं। लोगों के मन में यह भावना है कि उन्हें देश में रहना चाहिए और लोगों की चिंता करनी चाहिए।’

इसमें कहा गया है, ‘हमारे वैश्विक नेतृत्व को बचाने के लिए भारत को बचाए जाने की जरूरत है।’ शिवसेना ने कहा कि यह कहीं अच्छा होता कि मोदी समय निकाल कर दो दिन मराठवाड़ा में बिताते जो भीषण सूखे की चपेट में है।’ मुखपत्र में लिखा गया है, ‘मोदी पश्चिम बंगाल और असम में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। लेकिन मराठवाड़ा के लोग इस बात को भूलेंगे नहीं कि उन्होंने उनका रूदन नहीं सुना।’

सरकार पर हमला बोलते हुए सत्तारूढ़ सहयोगी पार्टी ने कहा कि भाजपा को यह आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है कि जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार को बनाने के लिए कौन जिम्मेदार हैै, ‘कन्हैया कुमार मोदी पर टिप्पणी करने में सक्षम नहीं है। लेकिन भाजपा को आत्म निरीक्षण करना होगा कि उसे बनाने के लिए कौन जिम्मेदार है।’

जेएनयू परिसर में एक कार्यक्रम के आयोजन के बाद राष्ट्रद्रोह के आरोपों में गिरफ्तारी के चलते कन्हैया कुमार सुर्खियों में आ गया था। इस कार्यक्रम में कथित रूप से भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। जेएनयू छात्र नेता ने हाल ही में मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए इसे ‘सेल्फी और जुमलों’ की सरकार करार दिया था और साथ ही शिक्षण संस्थानों में जाति आधारित पूर्वाग्रह को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग की थी। शिवसेना ने मोदी को यह भी याद दिलाया कि चुनाव से पहले उन्होंने देश में ‘अच्छे दिन’ लाने, काला धन वापस लाने और हर साल दो करोड़ रोजगार सृजित करने का जो वादा किया था, वह अभी तक पूरा नहीं हुआ है।

इस बीच, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने मराठवाड़ा में संकट को सही तरीके से हल नहीं करने के लिए केंद्र सरकार पर आरोप मढ़ा। सूखे की स्थिति से केंद्र सरकार द्वारा निपटे जाने के सवाल पर उन्होंने संसद भवन परिसर में सोमवार संवाददाताओं से कहा, ‘इसने स्थिति को ठीक से नहीं संभाला। हमारा ऐसा मानना है।’

प्रधानमंत्री पर परोक्ष हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री से मेरी अपील है कि वहां हालात को देखने के लिए कृपया मराठवाड़ा का दौरा करें। आप दुनियाभर में घूमते हैं और एक विश्व नेता हैं। आप पश्चिम बंगाल और असम में रैलियां कर रहे हैं। एक बार मराठवाड़ा भी आएं ।’
राऊत ने उत्तराखंड मुद्दे पर भी भाजपा की आलोचना की और कहा कि केंद्र की जिम्मेदारी है देश का विकास करना, न कि छोटे राज्यों में ‘राजनीति’ में उलझना।

उत्तराखंड संकट पर भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए राऊत ने कहा, ‘हम पहले ही अपनी स्थिति बता चुके हैं। क्या आप छोटे राज्यों में अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं, जहां अधिक स्थिरता की जरूरत है और जो कि केंद्र की जिम्मेदारी है।’उन्होंने कहा, ‘ये पिछड़े राज्य हैं और उनकी विधानसभाएं छोटी हैं और आप इन राज्यों में समस्या पैदा करना चाहते हैं।’ इसी क्रम में उन्होंने कहा, ‘आप मुख्य रूप से राजनीति के लिए ऐसा कर रहे हैं। आप राजनीति करते हैं और छोटे राज्यों का गठन करते हैं। आपकी जिम्मेदारी देश का विकास करना है।’