Rahul Gandhi in Karnataka: कर्नाटक में लिंगायत संप्रदाय के एक संत ने बुधवार को आशीर्वाद देते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे। हालांकि, इस पर मठ के प्रमुख ने तुरंत हस्तक्षेप किया कहा, “यहां यह सब मत कहिए…यह इसके लिए उचित मंच नहीं है। इसका फैसला लोग करेंगे।”
राहुल गांधी चित्रदुर्ग में श्री मुरुगाराजेंद्र मठ में संतों के साथ बातचीत कर रहे थे। इस दौरान, हावेरी होसामठ स्वामी ने राहुल गांधी की दादी (इंदिरा गांधी) और पिता (राजीव गांधी) का जिक्र किया और कहा, “इंदिरा गांधी जी प्रधानमंत्री थीं, राजीव गांधी प्रधानमंत्री थी और अब राहुल गांधी को लिंगायत संप्रदाय में दीक्षित किया गया है, और वह पीएम बनेंगे।”
इस पर मठ के प्रमुख श्री शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू ने उन्हें टोकते हुए कहा, “कृपया ऐसा मत कहिए… यह उचित मंच नहीं है। इसके बारे में लोग तय करेंगे।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित मुरुगा मठ के महंत से लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा ली। इस मौके पर कांग्रेस के कई नेता भी मौजूद रहे।
राहुल ने लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा ली
विभिन्न मठों के महंतों से परामर्श लेने के बाद मुरुगा मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुगा शरण ने राहुल गांधी को लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा दी। राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया, “यह सम्मान की बात है कि श्री जगदगुरु मुरुगाराजेंद्र विद्यापीठ का दौरा किया और डॉ.श्री शिवमूर्ति मुरुगा शरणनारु से ‘‘ईस्टलिंग दीक्षा’’ली।”
17 फीसदी है लिंगायत की आबादी
कर्नाटक की आबादी का लगभग 17 प्रतिशत लिंगायत पारंपरिक रूप से भाजपा के वोटर रहे हैं। कर्नाटक के मौजूदा सीएम बसावराज बोम्मई और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा भी इसी संप्रदाय से ताल्लुक रखते हैं। इस संप्रदाय का खास तौर पर उत्तरी कर्नाटक में प्रभाव है। राहुल गांधी के चुनावी राज्य के दौरे के साथ कांग्रेस इस समुदाय के बीच पार्टी की पकड़ मजबूत करने को लेकर प्रयास कर रही है। कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इसके पहले कांग्रेस सत्ता में लौटने के अपने प्रयासों में जुटी है।