भोपाल में सोमवार को पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने पहुंचे पीएम मोदी के साथ मौजूद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सुरक्षागार्ड ने हाथ लगाकर पीछे कर दिया। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।
दरअसल उद्घाटन समारोह स्थल की ओर जब पीएम मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान साथ-साथ चल रहे थे, तभी पीएम के साथ मौजूद एक सुरक्षाकर्मी ने मुख्यमंत्री का हाथ पकड़कर थोड़ा पीछे रहने का अनुरोध किया। इस पर मुख्यमंत्री तुरंत पीछे मुड़कर देखे और थोड़ा रुक गए। पीएम मोदी के आगे बढ़ने पर फिर वह पीछे से गए। हालांकि इस तरह की घटनाएं पहली बार नहीं हुई हैं, इससे पहले भी हुई हैं। फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग के साथ भी ऐसा ही हो चुका है।
मोहम्मद साजिद @sajjid_mohammed नाम के एक यूजर ने लिखा, “मामाजी जोश में रेडलाइन क्रास किए, कैमरे और साहब के बीच में आ गए।” महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस सेवादल@SevadalMH ने लिखा, “पीएम मोदी के साथ चलने वाले सुरक्षाकर्मी, कैमरामैन और मोदी जी के रास्ते में आने वाले तय सीमा पार करने वालों को चिह्नित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं।”
किशोर चौहान@KingKisshor नाम के यूजर ने लिखा, “पहले एसपीजी को प्रधानमंत्री को किसी भी तरह के हमले से बचाना होता था। अब एसपीजी की प्रमुख भूमिका कैमरामैन के सामने आने वाले सभी लोगों पर हमला करना है!”
अभिषेक कुमार यादव@abhishek_rising नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, “सुरक्षाकर्मी ने साफ लफ्जो में मुख्यमंत्री महोदय को कह दिया होगा कि, होंगे आप अपने राज्य में मुख्यमंत्री। हमारे साहेब के नजरों में उनका कैमरा आप के पद से भी ज्यादा अहमियत रखता है चलिए किनारे आइए…..।”
विजय पाल सिंह तारियाल@PalTariyal नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, “लिख कर ले लीजिए शिवराज सिंह चौहान जी जल्द ही मुख्यमंत्री की कुर्सी से बाहर होंगे इतनी हिम्मत साहेब की फोटो के सामने आने की रोकने के बावजूद भी आगे चले गए बस यही गलती कर गए आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश को नया मुख्यमंत्री मिलने वाला है|”
पवन यादव@pawanyadav8 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, “प्रधानमंत्री की अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री को खतरे की तरह माना जाता है, सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि कैमरे के खतरे के रूप में जो चंद सेकंड की लाइमलाइट छीनने की तरह दिखता है। पीएम मोदी के अलावा सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हमेशा उनका कैमरामैन होता है या शायद खुद मोदी से भी ज्यादा महत्वपूर्ण!”