Satya Pal MALIK: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पार्टी से मुझे भी इशारे थे कि यदि चुप हो जाऊं तो उप राष्ट्रपति बना देंगे, लेकिन मैंने कह दिया कि मैं ऐसा नहीं कर सकता। मैं जो महसूस करता हूं, वो जरूर बोलता हूं। चाहें मुझे जो चीज छोड़नी पड़े।

सत्यपाल मलिक शनिवार (10 सिंतबर, 2022) को राजस्थान के झुंझुनू पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी में भी कई ऐसे लोग हैं, जिन पर ईडी, सीबीआई और आईटी के छापे पड़ सकते हैं। जिससे लोगों में यह संदेश जाए कि एक तरफा कार्रवाई नहीं हो रही है, लेकिन वहां ये एजेंसियां क्यों नहीं पहुंचती हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का कार्यकाल खत्म होने के बाद वो किसानों के बीच जाएंगे। उनकी लड़ाई में रहूंगा। उन्होंने कहा कि किसान बहुत होशियार होता है।

राज्यपाल मलिक ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि वे रिजर्व कैंडिडेट थे, इसलिए उपराष्ट्रपति बना दिया, अच्छा किया। मुझे भी इस इस पद के लिए इशारे थे, लेकिन मैंने मना कर दिया। राज्यपाल मलिक ने कहा कि मैं किसान वर्ग के लिए हमेशा बोलता रहूंगा।

किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए मलिक ने कहा कि जो लोग किसान आंदोलन में शामिल थे। वो लोग बहुत होशियार हैं। वो अपने से तय करेंगे कि उनको आगे क्या करना है। मैं उनकी मदद करूंगा। उन्होंने कहा कि किसानों की लड़ाई जहां भी होगी, वहां मैं पहुंच जाऊंगा।

मेघालय के राज्यपाल ने एशिया के तीसरे नंबर के उद्योगपति अडानी को लेकर भी बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि अडानी आगे बढ़ रहे हैं। हिंदुस्तान का किसान नीचे जा रहा है। इसका मतलब कुछ तो हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर एमएसपी की बात सरकार नहीं मानती है, तब फिर किसानों को कुछ करना पड़ेगा।

राजपथ का नाम बदलने को लेकर सत्यपाल मलिक ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इसको कोई करने की जरूरत नहीं थी। राजपथ नाम सुनने में भी अच्छा लगता था। उच्चारण में भी ठीक था। उन्होंने कहा कि कर्तव्यपथ कौन इसका उच्चारण करेगा, लेकिन कर दिया चलो वो भी मंजूर है।