Santanu Sen Suspended: पश्चिम बंगाल की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है, टीएमसी के पूर्व सांसद शांतनु सेन और विधायक अराबुल इस्लाम को सस्पेंड कर दिया गया है। ऐसा आरोप है कि दोनों ही नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में सक्रिय चल रहे थे और इसी वजह से सीएम ममता बनर्जी खासा नाराज। अब उन दोनों ही नेताओं पर एक्शन हुआ है और उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
ममता बनर्जी अपने नेताओं से नाराज क्यों चल रहीं?
बड़ी बात यह है कि शांतनु सेन तो अभिषेक बनर्जी के करीबी बताए जाते हैं और इस समय बनर्जी के ही सीएम ममता के साथ रिश्ते कुछ तल्ख बताए जा रहे हैं। इसी वजह से इस सस्पेंशन को काफी अहम माना जा रहा है, सवाल उठने लगे हैं कि क्या टीएमसी में सबकुछ ठीक नहीं है? क्या टीएमसी में अंदरूनी लड़ाई तेज हो गई है? वैसे शांतनु सेन की बात करें तो कई मुद्दों पर उनकी राय राज्य सरकार से अलग चल रही है। आरजी कर केस में भी उन्होंने बंगाल पुलिस की जमकर आलोचना की थी।
शांतनु सेन और अराबुल इस्लाम कौन?
समझने वाली बात यह भी है कि शांतनु सेन की पत्नी काकली सेन को भी पार्टी के कुछ व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर निकाल दिया गया था। वर्तमान में वे कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 2 से तृणमूल कांग्रेस की पार्षद हैं। बात अगर अराबुल इस्लाम की करें तो पश्चिम बंगाल में उनका नाम भी काफी बड़ा माना जाता है। उनकी तरफ से टीएमसी विधायक सौकत मोल्लाह के साथ जारी तल्खी तो कई बार खबरों में छाई रहती है।
यह अलग बात है कि उन दो नेताओं का टकराव पार्टी के लिए कई मौकों पर शर्मिंदगी का सबब बन चुका है। अराबुल की बात करें तो वे लंबे समय से टीएमसी से नाराज बताए जा रहे हैं, पार्टी भी उनकी गतिविधियों से खुश नहीं है। इस साल नए साल के मौके पर जब अराबुल ने टीएमसी के स्थापना दिवस पर पार्टी झंडा फहरा दिया था, उनकी तरफ विधायक सौकत मोल्लाह के गुट के साथ हाथापाई हो गई थी।
ममता और अभिषेक के बीच क्या चल रहा?
जानकारी के लिए बता दें कि अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी के बीच में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी गुट में बंट चुकी है, अभिषेक बनर्जी का गुट ममता के गुट पर निशाना साधता रहता है तो वहीं दूसरी तरफ ममता का गुट भी निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ता। यह तल्खी अब कई महीने पुरानी हो चुकी है और इसी वजह से कई तरह की अटकलें भी लगती रहती है। अभिषेक-ममता की असल तकरार समझने के लिए यहां क्लिक करें
