संभल में 3 महीने पहले हिंसा हुई थी और उसका असर अभी भी है। अधिकारियों का कहना है कि संभल की शाही जामा मस्जिद के पास 16वीं सदी की मस्जिद के कोर्ट के आदेश पर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के करीब तीन महीने बाद भी करीब 1,000 घरों पर ताले लगे हुए हैं। कहा जा रहा है कि निवासी गिरफ्तारी या प्रतिशोध के डर से भाग गए हैं। 24 नवंबर को झड़प तब हुई जब बड़ी भीड़ इकट्ठा हुई और पुलिस से भिड़ गई। इसमें चार लोग मारे गए और पुलिसकर्मियों सहित कई अन्य घायल हो गए।
हिंसा के बाद घरों में लगे ताले
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के बार-बार आश्वासन के बावजूद कि केवल हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, कई परिवार इलाका छोड़कर चले गए हैं। कार्रवाई के डर से कुछ स्थानीय लोगों ने अपने बंद घरों के बाहर पत्र भी रख दिए हैं, जिसमें बताया गया है कि वे क्यों यहां नहीं हैं। एक निवासी ने परिवार के एक सदस्य की रेडियोलॉजी रिपोर्ट दिखाई है, जिसमें एक नोट है कि वे कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली गए हैं।
दूसरे ने जिक्र किया है कि घर के बदले बैंक से लोन लिया गया है। संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने कहा, “करीब 1,000 घर बंद हैं, क्योंकि निवासी वापस नहीं आए हैं। हम लगातार आश्वासन दे रहे हैं कि निर्दोष लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्हें कुछ स्थानीय लोगों द्वारा अपने घरों के बाहर चिपकाए गए पत्रों की जानकारी है। बंद घर हिंदपुरा, कोट गर्वी, नखासा और दीपा सराय जैसे इलाकों में हैं। पुलिस को संदेह है कि अधिकांश निवासी दिल्ली चले गए हैं और इस जानकारी की पुष्टि करने के लिए एक टीम वहां भेजी गई है।”
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आरोपियों से की जाएगी नुकसान की भरपाई
इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार हिंसा के कारण सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की लागत का मूल्यांकन कर रही है। हिंसा में सरकारी और निजी दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, इमारतों और पुलिस पर पथराव किया गया था।
नुकसान की सीमा का आकलन करने के लिए परिवहन, पुलिस और अन्य संबंधित विभागों से रिपोर्ट मांगी गई थी, और अब आकलन पूरा हो गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चार्जशीट दाखिल होने के बाद संभवतः अगले हफ्ते नुकसान की भरपाई के लिए आरोपियों को नोटिस भेजे जाएंगे।
संभल पुलिस ने अब तक 76 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें सबसे ताजा गिरफ्तारी 12 फरवरी को हुई है। सभी गिरफ्तार आरोपी मुरादाबाद में बंद हैं। संभल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने कहा, “हम जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेंगे।”
पुलिस कर रही 86 लोगों की तलाश
संभल पुलिस 86 लोगों की तलाश कर रही है, जिनकी जांच के दौरान संलिप्तता पाई गई और अब तक 21 के खिलाफ गैर-जमानती वारंट प्राप्त किए हैं। पुलिस ने वांछित आरोपियों के बारे में जानकारी देने वालों के लिए इनाम घोषित किया है और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी भी की जा रही है। एक अधिकारी ने कहा कि पिछले हफ्ते पुलिस ने एक निवासी मोहम्मद आदिल को गिरफ्तार किया था, जिसे कथित तौर पर एक वीडियो में पाकिस्तान स्थित मौलवी के साथ हिंसा के बारे में बात करते हुए देखा गया था।
पुलिस ने यह भी दावा किया है कि उन्हें एक नया वीडियो मिला है जिसमें एक व्यक्ति कथित तौर पर भीड़ को भड़का रहा है। पुलिस का कहना है कि वे जांच कर रहे हैं कि क्या वह व्यक्ति मदरसा शिक्षक है। एसपी ने कहा, “हमने मामले में वांछित आरोपियों के बड़े पोस्टर जारी किए हैं। ये पोस्टर पूरे शहर में दीवारों पर लगाए जाएंगे। हिंसा के सिलसिले में अब तक 12 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और पुलिस ने पहचान के लिए करीब 250 संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं। ये तस्वीरें सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त की गई हैं।” पुलिस ने यह भी कहा कि वे अभी भी हिंसा में वांछित स्थानीय गैंगस्टर की भूमिका की जांच कर रहे हैं, जो विदेश से काम कर रहा है।