UP Sambhal Jama Masjid Violence: संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर सर्वे के लिए रविवार सुबह सात बजे कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची तो संभल में बवाल हो गया। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई। उपजिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत 20 लोग घायल भी हुए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया। इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
इसके साथ ही इलाके में कानूनी-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला मजिस्ट्रेट ने एक अधिसूचना जारी की है। इसमें किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जन प्रतिनिधि को बिना अधिकारियों के आदेश के इलाके में आने पर रोक लगा दी गई है। यह रोक करीब 30 नवंबर तक लगाई गई है। इतना ही नहीं, संभल और आस-पास के इलाकों के स्कूलों को 25 नवंबर तक बंद कर दिया गया है। संभल में भड़की हिंसा में चार लोगों की जान चली गई है। इसमें मरने वाले लोगों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान और मोहम्मद कैफ के तौर पर हुई है।
राहुल गांधी का बीजेपी सरकार पर हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना – जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है।’
राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘बीजेपी का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं। मेरी अपील है कि शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखें। हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।’
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने संभल जाने का किया ऐलान
एक तरफ तो संभल में प्रशासन ने बाहरी लोगों के आने पर पाबंदी लगा दी है। वहीं दूसरी तरफ नगीना से सांसद और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने घोषणा कि है कि वह सोमवार यानी आज संभल जाएंगे और हिंसा में मरने वालों के परिवार से मुलाकात करेंगे। भीम आर्मी चीफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘ सरकारी गोलियां बहुजनों पर सीधे चलती हैं। यह कोई मिथक नहीं, बल्कि एक कटु सत्य है, जिसे हमसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता। चाहे वह एससी-एसटी आंदोलन हो, किसान आंदोलन हो या सीएए विरोधी आंदोलन—हर बार सरकार के इशारे पर पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर सीधी गोली चलाकर हमारे लोगों की जान ली है। मैं संभल जाऊंगा और इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करूंगा। हम अपने पीड़ित परिवारों को अकेला नही छोड़ेंगे। आगामी संसद सत्र में मैं सरकार की आंखों में आंख डालकर कहूंगा कि हमारे लोगों की जान इतनी सस्ती नहीं है।’
संभल की शाही जामा मस्जिद विवाद: सांसद जिया उर रहमान और बीएसपी चीफ मायावती ने उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने भी सरकार पर बोला हमला
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे। उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है।’
रविवार को सर्वे करने पहुंची थी टीम
बता दें कि कोर्ट में याचिका दाखिल कर हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि संभल शाही जामा मस्जिद की जगह पहले हरिहर मंदिर हुआ करता था। 19 नवंबर को हिंदू पक्ष कोर्ट पहुंच गया था। चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य कुमार सिंह की कोर्ट में वाद दायर किया गया था। इस पर कोर्ट ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया था। कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव के नेतृत्व में टीम ने 19 नवंबर की शाम को ही सर्वे की शुरुआत कर दी थी। रविवार को टीम सर्वे की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए फिर से मस्जिद पहुंच गई थी। विस्तृत खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…