समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने लखनऊ में पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि आरक्षण दिवस 26 जुलाई को सपा ‘संविधान-मानस्तंभ स्थापना दिवस’ के रूप में मनाएगी। इस कार्यक्रम को सपा के मुख्यालय और सभी जिला कार्यालयों में भारत के संविधान की प्रति के सानिध्य में ‘संविधान-मानस्तंभ स्थापना दिवस आयोजित किया जाएगा।
BJP पर अखिलेश ने कसा तंज
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि यह लोग सत्ता में आने तक तो संविधान मानते हैं, लेकिन आने के बाद उसे भूल जाते हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा के लोग सत्ता में आने तक संविधान को मानते हैं। उसकी चर्चा करते हैं, उसकी दुहाई देते हैं, लेकिन सत्ता में आने के बाद उनके काम करने के तौर-तरीकों में बदलाव आ जाता है। बीजेपी के लोग संविधान की शपथ लेते हैं लेकिन उनमें निष्ठा का पूर्ण अभाव दिखाई देता है।”
अखिलेश ने आगे कहा कि भाजपा के लोगों को आजकल देखते हैं कि सोशलिज्म और सेकुलरिज्म के बारे में बहुत जानकारी है, लेकिन जो लोग सोशलिस्ट के खिलाफ हैं, वह सेकुलरिज्म के भी खिलाफ हैं। अखिलेश ने कहा कि हम बहुत समय से देख रहे हैं कि हमारे समाज में व्यक्ति बनाम समाज का संघर्ष चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह कोई संघर्ष नया नहीं है, बल्कि काफी पुराना है और यह मैं बनाम हम की लड़ाई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग केवल अपने स्वार्थ और खुद के बारे में ही सोचते हैं, वह अपने दंभ और अहंकार को पालते हैं, उन्हें समाज से कुछ लेना देना नहीं होता है। यह लोग समाज और समाज से जुड़े हर विचार और शब्द के खिलाफ होते हैं और वो शब्द चाहे समाजवाद या समाजवादी हो।
पिछले साल भी की थी घोषणा
बता दें कि पिछले साल भी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 26 जुलाई को संविधान मानस्तंभ दिवस मनाने के घोषणा की थी। 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस भी मनाया जाता है।