समाजवादी पार्टी ने बुधवार (28 सितंबर, 2022) को उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष की घोषणा कर दी है। सपा के राज्य सम्मेलन में नरेश उत्तम को फिर से प्रदेश की कमान सौंपी गई है। वहीं, गुरुवार (29 सितंबर, 2022) को राष्ट्रीय सम्मेलन होना है, जिसमें पार्टी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेगी। राज्य सम्मेलन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नरेश उत्तम को दोबारा अध्यक्ष चुने जाने के लिए बधाई दी और कहा कि आने वाले समय में जो चुनौतियां आएंगी सब समाजवादी मिलकर सामना करेंगे।

इस दौरान उन्होंने आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाजवादी के लोग ये बात जान गए हैं कि अगर बीजेपी का मुकाबला कोई कर सकता है और उसे कोई हरा सकता है, तो वो समाजवादी पार्टी और उसके नेता ही हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने मिलकर 2022 का चुनाव लड़ा था और जो हमारी विचारधारा से मिलते-जुलते लोग थे, जो उस समय बीजेपी को हटाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, उन सबको साथ लाकर हम लोगों ने एक मंच पर एक गठबंधन तैयार किया।

इसके बाद उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में मायावती की बहुजन समाज पार्टी के साथ सपा के गठबंधन का जिक्र करते हुए इसे ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर और राम मनोहर लोहिया ने जो सपना देखा था वो हमने पूरा किया और कई लोकसभा सीटों पर बीजेपी को हराने का काम किया।

उन्होंने कहा, “पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादियों ने कोशिश की थी और वह ऐतिहासिक फैसला लिया था, जो देश के करोड़ों लोग सपना देख रहे थे कि बहुजन की ताकतें एक साथ एक मंच पर खड़ी हो जाएं। जो सपना राम मनोहर लोहिया और संविधान के रचियता बाबा भीमराव अंबेडकर जी ने देखा था वो अपने जीते-जी एक नहीं हो पाए, लेकिन 2019 में समाजवादियों ने वह गठबंधन किया था, चाहे उसके लिए हमें कोई भी त्याग करना पड़ा था।”

उन्होंने कहा कि देश में देखें अगर किसी ने भारतीय जनता पार्टी का डटकर मुकाबला करके उसे लोकसभा की सीटों पर हराने का काम किया, तो समाजवादियों ने किया। सपा बाबा अंबेडकर के सिद्धांतों को लेकर आगे बढ़ी और बीजेपी को हराया।