अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। भारतीय जनता पार्टी और संघ के नेताओं ने इसके लिए चंदा मांगना भी शुरू कर दिया है। बताया गया है कि अब तक मंदिर के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का चंदा इकट्ठा हो चुका है। इस बीच मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने राम मंदिर को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यूपी में राम मंदिर के लिए चंदा जुटा रहे लोगों पर भाजपा पत्थरबाजी करा सकती है, ताकि वह आगामी चुनावों में फायदा उठा सके।
सपा सांसद ने भाजपा पर राम मंदिर के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश में हिंदू-मुस्लिमों के बीच स्थापित को सौहार्द को बिगाड़कर चुनाव में फायदा लगाने की कोशिश कर सकती है। हसन ने कहा कि इससे बिखरे कुछ मुसलमान भाजपा के साथ शामिल हो सकते हैं।
एसटी हसन ने आगे कहा, “राम मंदिर का मुद्दा खत्म हो चुका है। पर जब भाजपा के लोग चंदा मांगने के लिए बाहर आएंगे, तो उन पर कुछ मुस्लिम पत्थर बरसाएंगे। आप देख चुके हैं कि मध्य प्रदेश में हुई पत्थरबाजी की घटनाओं पर क्या हुआ था। इससे हिंदुओं को संदेश दिया जाएगा कि वे भी ऐसा कर सकते हैं।”
मुरादाबाद से सपा सांसद हसन ने कहा कि भाजपा की राजनीति को समझे जाने की जरूरत है। आखिर कितने लंबे समय तक इस तरह की राजनीति जारी रहेगी। भाजपा चुनाव से ठीक पहले हिंदू-मुस्लिमों को बांटने की कोशिश कर सकती है।
एसटी हसन के इस बयान पर यूपी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाने वाले आज पत्थर चलाने की बात कर रहे हैं। उनका बयान यूपी में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का प्रयास है। अखिलेश यादव को साफ करना चाहिए कि वे राम मंदिर निर्माण के साथ हैं या उसके विरोध में। बता दें कि अखिलेश यादव ने कहा है कि राम मंदिर बनने के बाद वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रामलला का दर्शन करने आएंगे। अयोध्या में अखिलेश ने कहा कि भगवान विष्णु के जितने भी अवतार हैं, वह उन सभी को मानते हैं।