Samajwadi Party MLA Ataur Rehman: उत्तर प्रदेश की बरेली पुलिस ने समाजवादी पार्टी के विधायक अताउर रहमान और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सपा विधायक पर रविवार दोपहर बहेरी विधानसभा क्षेत्र में अपने पार्टी कार्यालय में एक व्यक्ति और उसके बहनोई की पिटाई करने के आरोप है। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि करीब एक घंटे तक बंधक बनाए रखने के बाद जब उन्होंने पार्टी कार्यालय से भागने की कोशिश की तो विधायक ने उन पर गोली चला दी। विधायक ने संपत्ति विवाद को सुलझाने के लिए पीड़ितों और उनके रिश्तेदारों को अपने कार्यालय आने को कहा था।

पुलिस ने कहा कि उन्होंने विधायक और तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है। अनीस ने पुलिस को बताया कि शनिवार की रात रफीक, रईस और उनका एक दोस्त मेरे घर में घुस आया और मुझे पीटना शुरू कर दिया। मेरी 40 साल की पत्नी शाज़िया ने मुझे बचाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने उस पर भी हमला कर दिया। रविवार को स्थानीय विधायक अताउर रहमान ने मुझे और दूसरे गुट को समझौते के लिए अपने पार्टी कार्यालय में बुलाया।

पीड़ित ने कहा- मुझ पर गोलियां चलाई गईं

पीड़ित ने बताया आगे बताया कि कल रात हमले में घायल होने के कारण मेरी तबीयत ठीक नहीं थी। मैंने अपने बहनोई आसिम खान को पार्टी कार्यालय जाने के लिए कहा, जहां रफीक, रईस, विधायक और अन्य लोगों ने उन्हें बंदी बना लिया। उसे सीने में चाकू मारा और बुरी तरह पीटा गया।
अनीस ने कहा कि काफी देर तक जब उसका जीजा पार्टी कार्यालय से नहीं लौटा तो वह वहां गया। उसने पुलिस को बताया कि हम किसी तरह बच निकलने में सफल रहे, लेकिन हम पर गोलियां चलाई गईं।

सपा विधायक ने आरोपों को बताया निराधार

सपा विधायक अताउर रहमान ने पुलिस को बताया कि उन्होंने दोनों पक्ष को समझौते के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा कि मुझ पर लगाए गए सभी झूठे और निराधार हैं। इन आरोपों में कोई भी सच्चाई नहीं है। रहमान ने कहा कि मैंने मामले को हल करने के लिए अपने कार्यालय में दोनों पक्ष को बुलाया और वे लोग समझौते राजी हुए हैं। मुझे नहीं पता कि अनीस ने मेरे नाम पर एफआईआर क्यों दर्ज कराई। मेरे कार्यालय में किसी ने भी उन्हें या उनके बहनोई को छुआ तक नहीं है।

सीसीटीवी फुजेट मांगने पर सपा विधायक ने दिया यह जवाब-

बहेरी पुलिस स्टेशन के प्रभारी श्रवण सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हम उनके (सपा विधायक) पार्टी कार्यालय गए और सीसीटीवी फुटेज मांगे, लेकिन हमें बताया गया कि कैमरा महीनों से खराब पड़ा हुआ है। हमारी जांच चल रही है। जांच के बाद हम कानून के मुताबिक कार्रवाई करेंगे।

पुलिस ने यह भी कहा कि दोनों पक्षों ने रविवार देर रात आपसी विवाद को खत्म करने का फैसला किया। पुलिस ने कहा कि न लड़ने की उनकी आपसी सहमति का प्राथमिकी से कोई लेना-देना नहीं है। हमने प्राथमिकी दर्ज करने से पहले अनीस और आसिम का मेडिकल परीक्षण कराया। हमारी जांच जारी रहेगी और दोषी पाए जाने किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।