राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस के बागी सचिन पायलट ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने बुधवार (29 जुलाई, 2020) को ट्वीट कर कहा कि ‘राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मैं ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।’ हालांकि स्पीकर जोशी ने खबर लिखे जाने तक उनके अभिवादन का जवाब नहीं दिया है।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कांग्रेस ने सचिन पायलट को डिप्टी सीएम पद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया है। इसके साथ ही स्पीकर सीपी जोशी ने सचिन पायलट और उनके गुट के 18 विधायकों को अयोग्यता का नोटिस भेजा है। हालांकि पायलट खेमे ने इसे हाई कोर्ट में चुनौती दी है और फैसले का इंतजार है। कोर्ट ने पायलट खेमे के खिलाफ जारी नोटिस में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। इसका अर्थ है कि पायलट खेमे को स्पीकर के सामने उपस्थित होने या नोटिस का जवाब देने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने ये भी आदेश दिया है कि अंतरिम अवधि में उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
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दरअसल विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने 15 जुलाई को बागी विधायकों को नोटिस जारी करते हुए पूछा कि कांग्रेस विधायक दल की लगातार दो बैठकों में पार्टी व्हिप को खारिज करने के बाद उन्हें क्यों अयोग्य घोषित नहीं किया जाना चाहिए। इसपर पायलट खेमे का तर्क है कि जब सदन में सत्र चल रहा होता है तब पार्टी व्हिप लागू होता है, इसके बाहर नहीं।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष @drcpjoshi जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
मैं ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूँ।— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 29, 2020
दूसरी तरफ राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र आहूत करने की फाइल एक बार फिर सरकार को भेजी है। इसके बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को दोपहर में राज्यपाल मिश्र से मिलने राजभवन पहुंचे। राजभवन सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल ने सत्र आहूत करने की पत्रावली सरकार को वापस भेज दी है, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इसमें राज्यपाल ने क्या टिप्पणी की है।
इससे पहले कांग्रेस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि वे कार्यक्रम के बाद राजभवन जाएंगे, क्योंकि विधानसभा सत्र बुलाने की फाइल राजभवन से आई है। गहलोत के अनुसार ”वे राज्यपाल महोदय से जानना चाहेंगे कि वे चाहते क्या हैं … ताकि हम उसी ढंग से काम करें।”उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार ने सत्र बुलाने की फाइल तीसरी बार मंगलवार को राजभवन को भेजी थी। (एजेंसी इनपुट)