सबरीमाला में गुरुवार रात भगवान अयप्पा के मंदिर में श्रीलंकाई तमिल महिला के प्रवेश को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। दरअसल महिला मंदिर में प्रवेश की बात को इनकार कर रही है जबकि आधिकारिक सूत्रों दावा कर रहे हैं कि महिला ने मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन किए। बता दें कि पिछले दो दिनों से शुक्रवार सुबह तक महिला के प्रवेश को लेकर हुए हड़ताली हिंसा के आरोप में 1369 लोगों को गिरफ्तार और 717 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। वहीं 801 के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके हैं।

कहां से कितनी गिरफ्तारी: बता दें कि कोच्चि से 125 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि एरनाकुलम रूरल से 233 लोग, वहीं अलप्पजुहा से 174 लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं एहतियातन हिरासत में लिए गए लोगों की सबसे ज्यादा संख्या इडुक्की जिले से है।

महिला का क्या है कहना:  शशिकला नामक महिला का कहना है कि उसे मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया गया है और पुलिस ने उसे वापस भेज दिया। आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि महिला ने मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया और पूजा अर्चना की। बता दें शशिकला अपने पति सरवानन और बेटे के साथ दर्शन के लिए आई थीं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली। सिर्फ उनके पति और बेटा ही दर्शन कर पाए।

सुबह किया मंदिर में प्रवेश: जानकारी के मुताबिक, दोनों महिलाओं ने 1 जनवरी आधी रात में मंदिर की चढ़ाई शुरू की थी और वे 2 जनवरी सुबह करीब 3:45 बजे मंदिर में पहुंच गईं। इसके बाद उन्होंने भगवान अय्यपा के दर्शन किए और लौट गईं। महिलाओं का नाम बिंदू और कनकदुर्गा बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि ये महिलाएं पुलिस की टुकड़ी के साथ थीं। एएनआई ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है। जिसके मुताबिक महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश किया।

24 दिसंबर- 11 महिलाएं: गौरतलब है कि इससे पहले 24 दिसंबर के आस पास भी सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए तमिलनाडु की 11 महिलाओं के एक समूह को प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने की वजह से यात्रा छोड़नी पड़ी थी।

सुप्रीम कोर्ट दे चुका है फैसला: बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को हर आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने का फैसला दिया था। जिसके बाद से ही सबरीमाला में लगातार इस फैसले का विरोध किया जा रहा है और प्रदर्शन भी जारी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये फैसला धार्मिक परंपरा के खिलाफ है।