केरल में हालिया अपने सदस्यों की हत्या से नाराज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कम्युनिस्ट पार्टी आॅफ इंडिया पर ‘राजनीति से प्रेरित हत्याओं में शामिल होने’ का आराेप लगाया है। हैदराबाद में तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की बैठक के पहले दिन आरएसएस ने कहा, ”केरल में असहिष्णु वामपंथी, खासतौर से मुख्यमंत्री (पिनराई विजयन) की अगुवाई में सीपीएम कैडर हिंदुओं, विशेषकर आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं की राजनीति से प्रेरित हत्या कराने में लिप्त हैं।” संघ ने पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान ‘जिहादी’ तत्वों द्वारा ‘हिंदुओं पर हमले’ पर भी चिंता जताई। आरएसएस के संयुक्त सचिव वी भगैया ने पत्रकारों से कहा, ”कुछ मुस्लिम हिंदू लड़कियों के शोषण और हत्या में शामिल रहे हैं, जिनमें से से ज्यादार दलित समुदाय से आती हैं। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के आशीर्वाद से हो रहा है।” बैठक का उद्घाटन संघ प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव भैय्याजी जोशी ने किया। इस बैठक में राज्य इकाई प्रमुखों, राज्य सचिवों और राज्य संगठन सचिवों समेत करीब 400 सदस्य हिस्सा ले रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को बैठक में हिस्सा लेंगे।
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केरल के कन्नूर में अब 53 ऐसी वारदातें हो चुकी हैं, जिनमें राजनीति मुख्य या परोक्ष वजह रही है। इन हत्याओं को लेकर संघ और सीपीएम एक-दूसरे पर निशाना साधते रहे हैं। 13 अक्टूबर को कन्नूर जिले में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के गृह नगर में कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा के एक युवा कार्यकर्ता की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। इस हत्या की निंदा करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट किया था- ”मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के गृह नगर में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले गंभीर चिंता का कारण है और इससे राजनीतिक बदले की भावना की बू आती है।”
विजयन ने राज्य में बढ़ती हिंसा के लिए आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार के सहयोग से संघ ऐसा कर रहा है। अलपुझा में एक कार्यक्रम में बोलते हुए विजयन ने दो दिन पहले कन्नूर में एक मार्क्सवादी कार्यकर्ता पर हमले को लेकर आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधा और राज्य में हिंसा फैलाने का आरएसएस पर आरोप लगाया।
